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Question

Q. मुगलकालीन भारत के दौरान कृषि के संदर्भ में, जींस-ए-कामिल, शब्द का तात्पर्य था-

A

खराब फसल के कारण राजस्व को माफ करना।
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B

गन्ना, कपास जैसी नकदी फसलें ।
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C

राज्य द्वारा वसूला गया सिंचाई उपकार ।
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D

किसानों को दिया जाने वाला ऋण ।
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Solution

The correct option is B
गन्ना, कपास जैसी नकदी फसलें ।
व्याख्या:
  • मुगल काल के दौरान रचित विभिन्न स्त्रोतों जैसे अबुल फजल द्वारा लिखित आइन-ए-अकबरी में उल्लिखित किया गया है कि उस समय भारत में कई प्रकार की फसलों की कृषि की जाती थी। हालांकि, दैनिक आहार की कृषि पर अधिक ज़ोर दिया जाता था मगर इसका अभिप्राय यह नहीं था कि मध्यकालीन भारत में कृषि केवल गुज़ारा करने के लिए की जाती थी। स्त्रोतों में हमें प्रायः जिन्स-ए-कामिल (सर्वोत्तम फसलें) जैसे लफ्ज़ ही देखने को मिलते हैं। मुग़ल राज्य भी किसानों को ऐसी फसलों की कृषि करने के लिए प्रोत्साहित करता था क्योंकि इनसे राज्य को अधिक करों की प्राप्ति होती थी। कपास और गन्ने जैसे फ़सलें बेहतरीन जिन्स-ए- कामिल थी।
  • मध्य भारत एवं दक्कनी पत्थर में विस्तारित भूमि के बड़े-बड़े टुकड़ों पर कपास की कृषि की जाती थी, जबकि बंगाल अपनी चीनी के लिए प्रसिद्ध था। तिलहन (जैसे सरसों) और द्दल्हन भी नकसी फसलों में आती थीं। इससे ज्ञात होता है कि एक औसत किसान की भूमि पर किस प्रकार पेट भरने के लिए होने वाले उत्पादन एवं व्यापार के लिए किए जाने वाले उत्पादन एक दूसरे से जुड़े हुए थे।

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