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Question

Q. निम्नलिखित में से किस वाद में उच्चतम न्यायलय द्वारा प्रथम बार आधारभूत संरचना के सिद्धांत का निर्धारण किया था?

A

मिनर्वा मिल्स वाद
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B

शंकरी प्रसाद वाद
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C

केशवानंद भारती वाद
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D

मेनका गांधी वाद
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Solution

The correct option is C
केशवानंद भारती वाद
व्याख्या:

आधारभूत संरचना के सिद्धांत (Doctrine of Basic Structure) का भारत के संविधानपर दीर्घकालिक प्रभाव रहा है। न्यायपालिका द्वारा केशवानंद भारती वाद में इस सिद्धांत का प्रतिपादन किया गया था। इस निर्णय ने संविधान के विकास में निम्नलिखित प्रकार से योगदान दिया है:
  • इसने संविधान में संशोधन करने संबंधी संसद की शक्ति पर विशिष्ट सीमाएं निर्धारित की हैं। इसके अनुसार कोई भी संशोधन संविधान की मूल संरचना का उल्लंघन नहीं कर सकता है;
  • यह संसद को संविधान के किसी भी या सभी भागों (इसकी अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत ) में संशोधन करने की अनुमति देता है; और
  • यह न्यायपालिका को सर्वोच्च प्राधिकरण (किसी संशोधन द्वारा आधारभूत संरचना के उल्लंघन की स्थिति में) के रूप में नियुक्त करता है, इसके अतिरिक्त न्यायपालिका द्वारा यह भी निर्धारित किया जायेगा कि मूलभूत संरचना के अंतर्गत कौन-से प्रावधान सम्मिलित होने चाहिए।

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