Q. नरमपंथी ने ब्रिटिश सरकार के सामने याचिकाओं के रूप में अपनी शिकायतों / मांगों को प्रस्तुत किया। इनमें से कौन सा प्रारंभिक मांगों में से एक नहीं था?
व्याख्या:
आरंभ में नरमपंथी (मध्यमार्गी) का मानना था कि ब्रिटिश सरकार भारतीय समस्याओं से अनजान थी और यदि उन्हें पता चल जाएगा, तो उन्हें दूर करने के उपाय करेंगे। उन्होंने भारतीय संबंधित जनता की राय से ब्रिटिश एवं संसद को प्रबुद्ध करने की कोशिश की।
रणनीतिक रूप से, कांग्रेस ने राष्ट्रीय आंदोलन के शुरुआती चरणों में आजादी की मांग नहीं की थी। नरमपंथी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश सरकार के सामने याचिकाओं के रूप में अपनी शिकायतें जमा कीं।
इसकी शुरुआती मांगों में शामिल थे-