Q. प्राचीन भारतीय शब्द ‘कुटागारशाला’ निम्नलिखित में से किसे संदर्भित करता है:
A
एक ऐसा स्थान जहां जनजातीय लोगों की गायें रहती थीं।
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B
एक ऐसा स्थान जहाँ दार्शनिक विचार-विमर्श करते थे।
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C
ऐसा स्थान जहाँ व्यापार संघ के सभी सदस्य एकत्रित होते थे।
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D
एक छोटा कारखाना जहाँ कारीगर काम करते थे।
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Solution
The correct option is B
एक ऐसा स्थान जहाँ दार्शनिक विचार-विमर्श करते थे। व्याख्या:
प्राचीन भारत ने विभिन्न दर्शन और संप्रदायों के उदय को देखा और इन स्कूलों के दार्शनिकों और शिक्षकों ने एक दूसरे और लोगों को अपने दर्शन के बारे में समझाने के लिए विचार-विमर्श किया। हमें बौद्ध ग्रंथों से जीवंत चर्चाओं और विचार-विमर्शों की झलक प्राप्त होती है, जिसमें 64 पंथों या विचारों का उल्लेख किया गया है। शिक्षक एक स्थान से दूसरे स्थान पर यात्रा करते हुए अपने दर्शन या विश्व के विषय में अपनी समझ को लेकर एक-दूसरे से तथा सामान्य लोगों से तर्क-वितर्क करते थे। ये चर्चाएं कुटागारशाला (वस्तुतः नुकीली छत वाली एक झोपड़ी) या ऐसे उपवनो में होती थी जहाँ घुमक्कड़ मनीषी ठहरा करते थे। यदि कोई एक शिक्षक अपने प्रतिद्वंदी को अपने तर्कों से समझा लेता था तो वह अपने अनुयायियों के साथ उसका शिष्य बन जाता था इसलिए किसी भी संप्रदाय के लिए समर्थन समय के साथ बढ़ता-घटता रहता था।