Q. Taper Tantrum, a term recently seen in the news is related to
Q. हाल ही में चर्चा में रहे शब्द टैपर टैंट्रम (Taper Tantrum), निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?
Explanation:
In May 2013, the US Federal Reserve finally indicated that it would taper its massive bond-buying programme that had been on since the global financial crisis led to sudden sell-off in global stocks and bonds. This was the first formal admission that they would stop pumping indiscriminate amounts of money and many analysts called it the beginning of the end for Quantitative Easing.
When the US Central bank stated that it was scaling back the program, investors believed interest rates back home (in the US) would trend upwards. And when they realised they no longer needed to stay put in the emerging economies, they pulled out their money overnight and we saw an outflow of foreign money — the likes of which we hadn’t seen before. Investors began exchanging the local currency (Rupees) for US dollars. And with this, we saw the value of our currency erode rather quickly. The incident was dubbed — “Taper Tantrum”.
व्याख्या :
मई 2013 में, यूएस फेडरल रिजर्व ने अंततः संकेत दिया कि वह अपने वृहत बांड-खरीद कार्यक्रम पर रोक लगाएगा जो कि वैश्विक वित्तीय संकट के परिणामस्वरूप वैश्विक स्टॉक और बॉन्ड में अचानक बिकवाली के बाद से चल रहा था। यह पहली औपचारिक स्वीकारोक्ति थी कि वे अंधाधुंध धन की आपूर्ति बंद कर देंगे और कई विश्लेषकों ने इसे मात्रात्मक सहजता (Quantitative Easing) के अंत की शुरुआत कहा।
जब यूएस सेंट्रल बैंक ने कहा कि वह कार्यक्रम पर रोक लगा रहा है, तो निवेशकों का मानना था कि ब्याज दरें वापस (अमेरिका में) ऊपर की ओर बढ़ेंगी। और जब उन्होंने महसूस किया कि उन्हें अब उभरती अर्थव्यवस्थाओं में बने रहने की आवश्यकता नहीं है, तो उन्होंने रातों-रात अपना पैसा निकाल लिया और हमने विदेशी धन का बहिर्वाह देखा--जैसा हमने पहले नहीं देखा था। निवेशकों ने अमेरिकी डॉलर के लिए स्थानीय मुद्रा (रुपये) का आदान-प्रदान करना शुरू कर दिया। और इसके साथ ही, हमने देखा कि हमारी मुद्रा का मूल्य तेजी से घट रहा है। इस घटना को “टेपर टैंट्रम” कहा गया।