The correct option is A
Black Sea and Baltic Sea
काला सागर और बाल्टिक सागर
Explanation:
The Danube-Oder-Elbe canal intends to connect the three rivers Danube, Oder and Elbe. This will provide an alternate route of navigation from Black Sea to Baltic Sea and North seas. “This major project, costing at least 23 billion euros, fundamentally violates EU environmental and nature conservation directives. The project envisages constructing Several hundred kilometres of artificial waterways, hundreds of locks to lift the ships at high altitude and also tunnels are considered.
The acceleration of flood waves resulting from the construction of numerous locks, and canalised and deepened riverbeds is expected to diminish flood protection and increase flood risks further. The canal could also result in a great loss of biodiversity, as the areas where the canal is to be built, offer a safe haven to Europe's most valuable and threatened species and habitats, for birds as well as other animal and plant species. So, therefore several environmental organizations have raised concerns against the construction of the canal as it will increase risks of flooding. They called on the European Commission to ensure that the project be excluded from EU funding, and not be included as part of the Trans-European Transport Network.
व्याख्या:
डेन्यूब-ओडर-एल्बे नहर का उद्देश्य तीन नदियों डेन्यूब, ओडर और एल्बे को जोड़ने का है।यह काला सागर से बाल्टिक सागर और उत्तरी सागर तक नौवहन का एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगी।“कम से कम 23 बिलियन यूरो की लागत वाली यह प्रमुख परियोजना मूलतः यूरोपीय संघ के पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण निर्देशों का उल्लंघन करती है।परियोजना में कई सौ किलोमीटर के कृत्रिम जलमार्गों,उच्च तुंगता पर जहाज़ों को उठाने के लिए सैकड़ों बाँधों और सुरंगों के निर्माण पर भी विचार किया गया है।
अनेकों बांधों,नहरों और गहरे नदी तलों के निर्माण के फलस्वरूप उत्पन्न बाढ़ की तीव्रता के कारण बाढ़ सुरक्षा के कम होने और इससे जुड़े जोखिमों के बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।नहर से जैव विविधता का व्यापक नुकसान हो सकता है, क्योंकि जिन क्षेत्रों में नहर का निर्माण किया जाना है, वे यूरोप की सर्वाधिक मूल्यवान और संकटग्रस्त प्रजातियों,साथ ही पक्षियों और अन्य जानवरों तथा पौधों की प्रजातियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करते हैं।इसलिए कई पर्यावरण संगठनों ने नहर के निर्माण के प्रति चिंता जताई है क्योंकि इससे बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा।इन संगठनों ने यूरोपीय आयोग को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि परियोजना को यूरोपीय संघ के वित्त पोषण से बाहर रखा जाए, और इसे ट्रांस-यूरोपीय परिवहन नेटवर्क के हिस्से के रूप में शामिल नहीं किया जाए।