Q. The taxes ‘Chauth’ and ‘Sardeshmukhi’ were levied by which one of the following empires?
Q. निम्नलिखित में से किस साम्राज्य द्वारा 'चौथ' और 'सरदेशमुखी' कर लगाया जाता था?
Explanation:
Between 1720 and 1761, the Maratha empire expanded. Malwa and Gujarat were seized from the Mughals by the 1720s. By the 1730s, the Maratha king was recognised as the overlord of the entire Deccan peninsula. He possessed the right to levy chauth and sardeshmukhi in the entire region.
Chauth: 25 per cent of the land revenue claimed by zamindars. In the Deccan this was collected by the Marathas.
Sardeshmukhi: 9-10 per cent of the land revenue paid to the head revenue collector in Deccan.
व्याख्या:
1720 और 1761 के बीच, मराठा साम्राज्य का विस्तार हुआ। 1720 के दशक तक मालवा और गुजरात को मुगलों से जब्त कर लिया गया था। 1730 के दशक तक, मराठा राजा को पूरे दक्कन प्रायद्वीप के अधिपति के रूप में मान्यता दी गई थी। उसके पास पूरे क्षेत्र में चौथ और सरदेशमुखी लगाने का अधिकार था।
चौथ: जमींदारों द्वारा दावा किए गए भू-राजस्व का 25 प्रतिशत। दक्कन में यह मराठों द्वारा एकत्र किया गया था।
सरदेशमुखी : दक्कन में मुख्य राजस्व संग्रहकर्ता को भुगतान किए गए भू-राजस्व का 9-10 प्रतिशत।