The correct option is B
Pilgrimage to the tombs of Sufi saints for seeking spiritual grace.
आध्यात्मिक कृपा पाने के लिए सूफी संतों की कब्रों की तीर्थयात्रा।
Ziyarat is an Arabic term which literally means "visit", and is used to refer to a form of pilgrimage to sites associated with Muhammad, his family members and his companions and other venerated figures in Islam such as the prophets, Sufi Saints and Islamic scholars.
By the eleventh century Sufism evolved into a well-developed movement with a body of literature on Quranic studies and sufi practices. When the shaikh/Saints died, his tomb-shrine (dargah, a Persian term meaning court) became the centre of devotion for his followers. This encouraged the practice of pilgrimage or ziyarat to his grave, particularly on his death anniversary or urs (or marriage, signifying the union of his soul with God).
ज़ियारत एक अरबी शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है "यात्रा", और इसका उपयोग मुहम्मद, उसके परिवार के सदस्यों तथा उसके साथियों और इस्लाम में अन्य पूजनीय हस्तियों जैसे नबियों, सूफी संतों और इस्लामी विद्वानों से जुडी तीर्थयात्राओं के रूप में किया जाता है।ग्यारहवीं सदी तक सूफीवाद कुरान के अध्ययन पर एक साहित्य और सूफी प्रथाओं के रूप में एक आंदोलन की तरह विकसित हुआ।जब शेख/संन्यासी की मृत्यु के बाद तो उनके मकबरे (दरगाह, एक फारसी शब्द जिसका अर्थ दरबार होता है ) उनके अनुयायियों की भक्ति का केंद्र बन गया।इसने उनकी कब्र पर तीर्थयात्रा या ज़ियारत की प्रथा को प्रोत्साहित किया, विशेषकर उनकी पुण्यतिथि या उर्स (या विवाह, खुदा के साथ उनकी आत्मा के मिलन को दर्शाता है) पर।