The correct option is D
Chera of Kerala
केरल के चेर
Explanation:
Option (a) is incorrect: Palas of Bengal ruled Bengal and part of Bihar. Pala kingdom established in the 8th century. The palas were patrons of Buddhism. The Palas official language was sanskrit .They translated many Buddhist works from Pali into sanskrit. It is in their period a form of the proto-Bengali language developed. It can be seen in the Charyapadas composed during the Pala rule. Manipravalam language is not associated with the Palas.
Option (b) is incorrect: The Kakatiyas, a well-known indigenous Andhra power, presided over the fate of Andhradesa from the 10th century AD to the first quarter of the 14th century AD. Andhra under the Kakatiyas witnessed considerable literary activity. Sanskrit was the place of pride and the language of the educated few. Many epigraphs of this time are written in the Sanskrit Kavya script. Manipravalam language is not associated with the Kakatiyas.
Option (c) is incorrect: The Pallava dynasty existed from 275 CE to 897 CE and ruled the southern part of India. All the early Pallava royal inscriptions were either in Sanskrit or Prakrit, considered official languages, and later in Grantha. Tamil language has existed since the 4th century BC. Throughout the later part of the Pallava rule, Tamil was introduced as an official language, although it was used along with Sanskrit. The Pallava dynasty was not established in the 9th century.
Option (d) is correct: The above paragraph refers to the Chera kingdom of the present day Kerala. Chera kingdom was established in the ninth century. The Cheras introduced a regional language known as malayalam and script for that language. In fact this is one of the earliest examples of the use of a regional language in official records in the Indian subcontinent. Manipravalam, a language mix of Malayalam and Sanskrit was used in Chera kingdom. A book called Lilatilakam dealing with grammar and poetics was composed in manipravalam.
व्याख्या:
विकल्प (a) गलत है: बंगाल के पालों ने बंगाल और बिहार के कई भागों पर शासन किया। पाल साम्राज्य की स्थापना 8 वीं शताब्दी में हुई थी।पाल बौद्ध धर्म के संरक्षक थे। इनकी आधिकारिक भाषा संस्कृत थी। उन्होंने पाली से कई बौद्ध कृतियों का संस्कृत में अनुवाद किया। यह उनके काल में विकसित हुई प्रोटो-बंगाली भाषा का एक रूप है। इसे पाल शासन के दौरान रचे गए चर्यापदों में देखा जा सकता है। मणिप्रवालम भाषा, पालों से जुड़ी नहीं है।
विकल्प (b) गलत है: एक प्रसिद्ध स्वदेशी आंध्र शक्ति काकतीय ने 10 वीं शताब्दी ईस्वी से 14 वीं शताब्दी ईस्वी की पहली तिमाही तक आंध्र-देश पर राज्य किया । काकतीय शासन के दौरान आंध्र में काफी साहित्यिक गतिविधि देखी गई। संस्कृत गौरव और शिक्षित लोगों की भाषा थी । इस समय के कई अंश संस्कृत काव्य लिपि में लिखे गए हैं। मणिप्रवालम भाषा काकतीय से जुड़ी नहीं है।
विकल्प (c) गलत है: पल्लव वंश 275 CE से 897 CE तक शासन में रहा और इसका शासन क्षेत्र भारत का दक्षिणी भाग था। सभी प्रारंभिक पल्लव शाही शिलालेख या तो संस्कृत या प्राकृत में थे, जिन्हें आधिकारिक भाषा माना जाता था, और बाद में ग्रंथों में भी ।
चौथी शताब्दी ईसा पूर्व से तमिल भाषा का अस्तित्व है। पल्लव शासन के बाद , तमिल को एक आधिकारिक भाषा के रूप में पेश किया गया था, हालांकि इसका उपयोग संस्कृत के साथ किया गया था। पल्लव वंश की स्थापना 9 वीं शताब्दी में नहीं हुई थी।
विकल्प (d) सही है: उपरोक्त अनुच्छेद वर्तमान केरल के चेर साम्राज्य को संदर्भित करता है। चेर साम्राज्य की स्थापना नौवीं शताब्दी में हुई थी। इन्होने एक क्षेत्रीय भाषा शुरू की जो मलयालम है। वास्तव में यह भारतीय उपमहाद्वीप में आधिकारिक रिकॉर्ड में एक क्षेत्रीय भाषा के उपयोग के शुरुआती उदाहरणों में से एक है।
मणिप्रवालम, मलयालम और संस्कृत भाषा के मिश्रण का उपयोग चेर साम्राज्य में किया गया था। व्याकरण और काव्यों से संबंधित लीलातिलकम् नामक पुस्तक की रचना इसी नवीन भाषा में की गई थी।