wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
1
You visited us 1 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

Q. Which of the following Acts provided remedial measures by the British to prevent tribal uprisings in India?

Select the correct answer using the codes given below:

Q. निम्नलिखित में से किस अधिनियम ने भारत में आदिवासी विद्रोहों को रोकने के लिए अंग्रेजों द्वारा उपचारात्मक उपाय के प्रावधान किए?

निम्नलिखित कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनिए:


A

1, 3 and 4 only
केवल 1, 3 और 4
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
B

2, 3 and 5 only
केवल 2, 3 और 5
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
C

1, 2 and 5 only
केवल 1, 2 और 5
Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
D

1, 2 and 4 only
केवल 1, 2 और 4
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
Open in App
Solution

The correct option is C
1, 2 and 5 only
केवल 1, 2 और 5

Explanation: British authorities understood the limitations of use of power on tribals and hence adopted several remedial measures to pacify the tribals and prevent uprisings.

Statement 1 is correct: The Scheduled District Act, 1874 provided for remedial measures to prevent tribal uprisings in India. It empowered the local government to declare any area as a scheduled district for better administration.

Statement 2 is correct: The Government of India Act, 1870 provided for remedial measures to prevent tribal uprisings in India. It conferred upon the Governor-General-Council, the power to approve laws, regulations made by local or Provincial Government for the administration of certain special areas. Hence, it provided some form of regulatory mechanism to protect the interest of the tribal areas.

Statement 3 is incorrect: Indian Forest Act of 1878 was one of the reasons which pushed tribals towards rebellion (and was not a remedial measure). Through this act, thousands of acres of forest lands were declared as reserve forest, which led to restrictions on shifting cultivation, timber use and animal grazing rights of tribals. This loss of access to the forest areas and forest produce by the tribals, led to rising discontent among them.

Statement 4 is incorrect: Charter Act of 1813 allowed the missionaries to enter India and continue their educational and proselytizing activities completely and freely. These missionaries tried to interfere in the traditional customs of tribal people. This led to rising discontent among tribals (and was not a remedial measure) pushing them towards rebellion. Also, this act did not provide for any specific policies to pacify the tribals.

Statement 5 is correct: Government of India Act, 1919 provided for remedial measures to prevent tribal uprisings in India. The Act empowered the Governor-General-in council to declare any territory a backward tract. Also, the backward tracts were classified as wholly excluded areas and modified excluded areas. Central and provincial legislatures had no power to make law with respect to wholly excluded areas, thus, providing for better administration of tribal areas and protecting the interest of tribal people.

व्याख्या: ब्रिटिश अधिकारी आदिवासियों पर शक्ति प्रयोग की सीमाओं को समझ चुके थे और इसलिए आदिवासियों को शांत रखने और विद्रोह को रोकने के लिए कई उपचारात्मक उपायों को अपनाया।

कथन 1 सही है: अनुसूचित जिला अधिनियम, 1874 भारत में आदिवासी विद्रोहों को रोकने के लिए उपचारात्मक उपायों के रूप में प्रदान किया गया। इसने स्थानीय सरकार को किसी भी क्षेत्र को बेहतर प्रशासन के लिए अनुसूचित जिले के रूप में घोषित करने का अधिकार दिया।

कथन 2 सही है: भारत सरकार अधिनियम, 1870 ने भारत में आदिवासी विद्रोह को रोकने के लिए उपचारात्मक उपाय प्रदान किया। इसने गवर्नर-जनरल-काउंसिल को, कुछ विशेष क्षेत्रों के प्रशासन के लिए स्थानीय या प्रांतीय सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों, नियमों को मंजूरी देने की शक्ति प्रदान की। इसलिए, इसने आदिवासी क्षेत्रों के हितों की रक्षा के लिए नियामक तंत्र का स्वरूप प्रदान किया।

कथन 3 गलत है: 1878 का भारतीय वन अधिनियम एक कारण था जिसने आदिवासियों को विद्रोह की ओर धकेल दिया (यह एक उपचारात्मक उपाय नहीं था)। इस अधिनियम के माध्यम से, हजारों एकड़ वन भूमि को संरक्षित वन के रूप में घोषित किया गया था, जिसके कारण आदिवासियों के खेती, लकड़ी के उपयोग और पशु चराई के अधिकारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। आदिवासियों द्वारा वन क्षेत्रों और वन उत्पाद तक पहुंच के नुकसान के कारण उनमें असंतोष बढ़ गया।

कथन 4 गलत है: 1813 के चार्टर अधिनियम ने मिशनरियों को भारत में प्रवेश करने और उनकी शैक्षिक तथा धर्मांतरण गतिविधियों को पूरी तरह और स्वतंत्र रूप से जारी रखने की अनुमति दी। इन मिशनरियों ने आदिवासी लोगों के पारंपरिक रीति-रिवाजों में हस्तक्षेप करने की कोशिश की। इससे आदिवासियों में असंतोष बढ़ गया (यह एक उपचारात्मक उपाय नहीं था) जो उन्हें विद्रोह की ओर धकेल रहा था। साथ ही, इस अधिनियम ने आदिवासियों को शांत रखने के लिए कोई विशेष नीति प्रदान नहीं की।

कथन 5 सही है: भारत सरकार अधिनियम, 1919 द्वारा भारत में आदिवासी विद्रोह को रोकने के लिए उपचारात्मक उपाय प्रदान किया गया। इस अधिनियम ने गवर्नर-जनरल-इन काउंसिल को अधिकार दिया कि वह किसी भी क्षेत्र को पिछड़ा क्षेत्र घोषित कर सकता है। इसके अलावा, पिछड़े इलाकों को पूरी तरह से अपवर्जित क्षेत्रों और संशोधित अपवर्जित क्षेत्रों के रूप में वर्गीकृत किया गया था। केंद्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं के पास पूर्ण रूप से अपवर्जित क्षेत्रों के संबंध में कानून बनाने की शक्ति नहीं थी, अतः, जनजातीय क्षेत्रों के बेहतर प्रशासन की व्यवस्था और आदिवासी लोगों के हितों की रक्षा के लिए प्रावधान थे।


flag
Suggest Corrections
thumbs-up
2
similar_icon
Similar questions
View More
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
Natural Vegetation
GEOGRAPHY
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon