Q. Which of the following aided the land reform process in India?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. निम्नलिखित में से किससे भारत में भूमि सुधार प्रक्रिया में सहायता मिली ?
निम्नलिखित कूट का उपयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए:
Explanation: The land reforms are an integral part of the scheme of agricultural development and rural reconstruction since the independence in the country. Its has following objectives:
Statement 1 is correct: One of the three objectives of Land Reforms in India was the removal of institutional discrepancies of the agrarian structure. These institutional discrepancies were an obstruction to the growth of agricultural production. Intermediaries such as Zamindars were one such discrepancy. Abolition of land intermediaries aided the land reform process in India.
Statement 2 is correct: Inconclusive land ownership is a major roadblock to the growth in agricultural production and productivity and a major source of litigation in the country. Hence, Digital India Land Records Modernisation Programme (DILRMP), is being run as a central sector scheme, aiming to move towards the conclusive land title and is an important step in the land reforms process in India.
Statement 3 is incorrect: Green revolution led to the marginalisation of the land reform process in India. Land reforms intended to redistribute the land among the landless masses, but the green revolution was more suitable for the bigger and economic landholdings. Hence, the green revolution was not in accordance with the objectives of land reforms.
व्याख्या:
स्वतंत्रता के बाद से देश में भूमि सुधार कृषि विकास और ग्रामीण पुनर्निर्माण की योजना का एक अभिन्न अंग है। इसके निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
कथन 1 सही है: भारत में भूमि सुधार के तीन उद्देश्यों में से एक कृषि संरचना की संस्थागत विसंगतियों को दूर करना था। ये संस्थागत विसंगतियाँ कृषि उत्पादन के विकास में बाधा थीं। जमींदार जैसे मध्यस्थ एक प्रकार की ऐसी ही विसंगति थे। इन संस्थागत भूमि मध्यस्थों के उन्मूलन ने भारत में भूमि सुधार प्रक्रिया को बढ़ावा दिया।
कथन 2 सही है: अनिर्णीत भूमि स्वामित्व कृषि उत्पादन और उत्पादकता की वृद्धि में प्रमुख बाधक तथा देश में मुकदमेबाजी का एक प्रमुख स्रोत है। इसलिए, डिजिटल इंडिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम (DILRMP), एक केंद्रीय क्षेत्र योजना के रूप में चलायी जा रही है, जिसका लक्ष्य निर्णायक भूमि अधिकार की ओर बढ़ना है और यह भारत में भूमि सुधार प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कथन 3 गलत है: हरित क्रांति ने भारत में भूमि सुधार प्रक्रिया को हाशिए पर ला दिया। भूमि सुधारों का उद्देश्य भूमिहीन लोगों के बीच भूमि का पुनर्वितरण करना था, लेकिन हरित क्रांति बड़े और आर्थिक भूमिधारियों के लिए अधिक उपयुक्त थी। इसलिए, हरित क्रांति भूमि सुधारों के उद्देश्यों के अनुरूप नहीं थी।