Q. Which of the following are the objectives of the ‘International Solar Alliance’ led by India?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. भारत के नेतृत्व में स्थापित ‘अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन ’के उद्देश्य निम्नलिखित में से कौन से हैं?
निम्नलिखित कूट का उपयोग करके सही उत्तर का चुनाव कीजिए:
Explanation: The International Solar Alliance (ISA) is a platform of a group of nations for the collective collaboration of in the domain of energy security. As on January 15 2021, 89 countries have signed the framework agreement of the ISA. All member states of the United Nations, including those lying beyond the tropics, can now join the International Solar Alliance (ISA).
Statement 1 is correct: ISA is a platform where countries can share their experiences relating to solar technologies, work together to close technological gaps, and find solutions that could be scaled up by aggregating demand that would lead to lower costs.
Statement 2 is incorrect: The goal of the ISA is promotion of solar energy rather than holding nations accountable for GHG emissions.
Statement 3 is correct: One of the major objectives of ISA is to promote innovative financial mechanisms in order to increase investments in solar energy through international cooperation.
Perspective: Context: International Organizations/bodies related to the environment are commonly asked in UPSC Prelims. All of us (being aspirants) might have heard about the International Solar Alliance. Even if we are not fully aware of all of its provisions, we can still try and solve the above question. Here, statement 2 says that the group will “make the developed nations accountable for their unsustainable GHG emissions”. But, if we use the tip ‘Deciphering the Mandate’, we get that the term ‘Solar Alliance’ may have an agenda of promotion of solar energy or cooperation in that arena rather than holding nations accountable for GHG emissions. Hence, statement 2 seems incorrect and by eliminating it from the given options we get the answer i.e. option (c). |
व्याख्या: अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में सामूहिक सहयोग हेतु राष्ट्रों के समूह का एक मंच है। 15 जनवरी 2021 तक 89 देशों ने ISA ढांचे के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश, जो उष्णकटिबंध से दूर अवस्थित हैं, अब अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में शामिल हो सकते हैं।
कथन 1 सही है: ISA एक ऐसा मंच है जहां देश सौर प्रौद्योगिकियों से संबंधित अपने अनुभवों को साझा कर सकते हैं, तकनीकी अंतराल को कम करने के लिए एक साथ काम कर सकते हैं, और ऐसे समाधान खोज सकते हैं जिन्हें समग्र रूप से कम लागत के कारण बढ़ाया जा सकता है।
कथन 2 गलत है: ISA का लक्ष्य GHG उत्सर्जन हेतु राष्ट्रों को जवाबदेह बनाने के बजाय सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है।
कथन 3 सही है: अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से सौर ऊर्जा में निवेश बढ़ाने हेतु ISA के प्रमुख उद्देश्यों में से एक अभिनव वित्तीय तंत्र को बढ़ावा देना है।
परिप्रेक्ष्य: संदर्भ: पर्यावरण से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय संगठन / निकाय आमतौर पर यूपीएससी द्वारा प्रारंभिक में पूछे जाते हैं। हम सभी (उम्मीदवार होने के नाते) ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के बारे में सुना होगा। भले ही हम इसके सभी प्रावधानों से पूरी तरह परिचित न हों, फिर भी हम उपरोक्त प्रश्न को हल करने का प्रयास कर सकते हैं। यहाँ, कथन 2 कहता है कि समूह "विकसित राष्ट्रों को उनके अस्थिर GHG उत्सर्जन के लिए जवाबदेह बनाएगा"। लेकिन, यदि हम टिप ‘मुख्य शब्द का संधि विच्छेद करना’ का उपयोग करते हैं, तो हमें पता चलता है कि ‘सोलर अलायंस’ शब्द का उद्देश्य GHG उत्सर्जन के लिए राष्ट्रों को उत्तरदायी रखने के बजाय उस क्षेत्र में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना या सहयोग करना हो सकता है। इसलिए, कथन 2 गलत लगता है और दिए गए विकल्पों में से इसे छांटने पर हमें उत्तर के रूप में विकल्प (c) प्राप्त होता है। |