The correct option is A
1 and 2 only
केवल 1 और 2
Explanation:
Statement 1 and 2 are correct: The Finance Bill is introduced to give effect to the financial proposals of the Government of India for the following year. It is subjected to all the conditions applicable to a Money Bill. The Finance Bill is presented at the time of presentation of the Annual Financial Statement before Parliament, in fulfilment of the requirement of Article 110 (1)(a) of the Constitution, detailing the imposition, abolition, remission, alteration or regulation of taxes proposed in the Budget. It is through the Finance Act that amendments are made to the various Acts like Income Tax Act 1961, Customs Act 1962 etc.
The Finance Act legalises the income side of the budget and completes the process of the enactment of the budget.
Statement 3 is incorrect: The Constitution states that ‘no money shall be withdrawn from the Consolidated Fund of India except under appropriation made by law’. Accordingly, an appropriation bill is introduced to provide for the appropriation, out of the Consolidated Fund of India, all money required to meet:
(a) The grants voted by the Lok Sabha.
(b) The expenditure charged on the Consolidated Fund of India.
No such amendment can be proposed to the appropriation bill in either house of the Parliament that will have the effect of varying the amount or altering the destination of any grant voted, or of varying the amount of any expenditure charged on the Consolidated Fund of India. The Appropriation Bill becomes the Appropriation Act after it is assented to by the President. This act authorises (or legalises) the payments from the Consolidated Fund of India.
व्याख्या:
कथन 1 और 2 सही हैं: अगले वर्ष के लिए भारत सरकार के वित्तीय प्रस्तावों को प्रभावी करने के लिए वित्त विधेयक पेश किया जाता है।यह धन विधेयक पर लागू सभी शर्तों के अधीन है।वित्त विधेयक को संविधान के अनुच्छेद 110 (1) (a) की आवश्यकता की पूर्ति में संसद के समक्ष वार्षिक वित्तीय विवरण की प्रस्तुति के समय पेश किया जाता है,जिसमें बजट में प्रस्तावित करों के अधिरोपण, उन्मूलन, छूट, परिवर्तन या विनियमन का विवरण होता है। वित्त अधिनियम के माध्यम से विभिन्न अधिनियमों जैसे कि आयकर अधिनियम 1961, सीमा शुल्क अधिनियम 1962 आदि में संशोधन किए जाते हैं।
कथन 3 गलत है: संविधान उल्लेख करता है कि कानून द्वारा निर्मित विनियोग के अलावा भारत की समेकित निधि से धन नहीं निकाला जाएगा।तदनुसार, एक विनियोग विधेयक पेश किया जाता है।समेकित निधि से सभी प्रकार के धन निकालने हेतु आवश्यकता होगी:
(a) अनुदान पर लोकसभा द्वारा मतदान किया जाता है।
(b) व्यय भारत की समेकित निधि पर भारित होता है।
संसद के किसी भी सदन में विनियोग विधेयक में ऐसा कोई संशोधन प्रस्तावित नहीं किया जा सकता है जिसमें राशि के अलग-अलग होने या किसी अनुदान के गंतव्य को परिवर्तित करने, या भारत के समेकित निधि पर लगाए गए किसी भी व्यय की राशि को अलग करने वाला प्रभाव होगा। विनियोग विधेयक राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद विनियोग अधिनियम बन जाता है। यह अधिनियम भारत के समेकित निधि से व्ययों को अधिकृत (या वैध) करता है।