Q. Which of the following factors was/were responsible for the drain of wealth from India during the British rule?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. निम्नलिखित में से कौन सा/से कारक ब्रिटिश शासन के दौरान भारत से धन की निकासी के लिए उत्तरदायी था/थे?
निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए:
Explanation:
Statements 1, 2 and 3 are correct: The “drain theory” was put forward by Dadabhai Naoroji in his book ‘Poverty and UnBritish rule in India’.
The major components of this drain were:
Statement 4 is incorrect : The term ‘economic drain’ refers to a portion of national product of India which was not available for consumption of its peoples, but was being drained away to Britain for political reasons and India was not getting adequate economic or material returns for it. Interest on loans taken by the Government of Britain from abroad is not a drain of wealth for India. But if Indian government is paying interest on loans taken from abroad then it is a drain of wealth.
व्याख्या:
कथन 1, 2 और 3 सही हैं: “बहिर्गमन सिद्धांत”का उल्लेख दादाभाई नौरोजी ने अपनी पुस्तक 'पावर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया' (Poverty and Un British rule in India) में किया था।
बहिर्गमन के प्रमुख तत्व निम्नवत थे:
कथन 4 गलत है: 'आर्थिक बहिर्गमन' शब्द भारत के राष्ट्रीय उत्पाद के उस भाग को संदर्भित करता है जो देश की जनता के लिए उपलब्ध नहीं था, परंतु राजनैतिक कारणों से ब्रिटेन भेजा जा रहा था और इसके बदले भारत को पर्याप्त आर्थिक अथवा भौतिक लाभ नहीं मिल रहा था। ब्रिटेन की सरकार द्वारा विदेशों से लिए गए ऋण पर ब्याज भारत से धन का बहिर्गमन नहीं है। परंतु यदि भारत सरकार विदेश से लिए गए ऋण पर ब्याज दे रही है तो यह धन का बहिर्गमन है।