Q. Which of the following is/are the features of Holographic Imaging?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. निम्नलिखित में से कौन होलोग्राफिक इमेजिंग (Holographic Imaging) की विशेषताएं हैं?
निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए:
Explanation:
A hologram is a physical structure that diffracts light into an image. It can be made using laser beams, the properties of interference and diffraction, light intensity recording and illumination of the recording.
Statement 1 is correct: Holographic technology is technology that can be used to create a three-dimensional projection called Hologram. These images can be seen without using any special equipment such as cameras or glasses.
Statement 2 is correct: The holographic images change according to the relative position of the individual viewer as if the objects displayed are actually present. Hence images can be watched from multiple viewpoints in holographic images.
Statement 3 is correct: Scientists have developed a method using holographic imaging to detect both viruses and antibodies. This method uses laser beams to record holograms of their test beads. Beads surfaces are activated with biochemical binding sites that attract either antibodies or virus particles. Binding antibodies or viruses cause the beads to grow by a few billionth parts of a meter.
व्याख्या:
होलोग्राम एक भौतिक संरचना है जो प्रकाश को एक चित्र में विवर्तित करता है। इसे लेजर बीम, व्यतिकरण और विवर्तन, प्रकाश की तीव्रता की रिकॉर्डिंग और रिकॉर्डिंग प्रदीपन का उपयोग करके बनाया जा सकता है।
कथन 1 सही है: होलोग्राफिक प्रौद्योगिकी वह तकनीक है जिसका उपयोग होलोग्राम नामक त्रि-आयामी प्रोजेक्शन (three-dimensional projection) बनाने के लिए किया जा सकता है। इन छवियों को किसी विशेष उपकरण जैसे कि कैमरे या चश्मे का उपयोग किए बिना देखा जा सकता है।
कथन 2 सही है: होलोग्राफिक चित्र दर्शक विशेष (individual viewer) की सापेक्ष स्थिति के अनुसार बदलते हैं मानो कि प्रदर्शित वस्तुएं वास्तव में मौजूद हों। इसलिए चित्रों को होलोग्राफिक चित्रों में कई दृष्टिकोण से देखा जा सकता है।
कथन 3 सही है: वैज्ञानिकों ने वायरस और एंटीबॉडी दोनों का पता लगाने के लिए होलोग्राफिक इमेजिंग का उपयोग करके एक विधि विकसित की है। इस विधि में उनके टेस्ट बीड्स (test beads) का होलोग्राम रिकॉर्ड करने के लिए लेजर बीम का उपयोग होता है। बीड्स सतहों को जैव रासायनिक आबद्धकर साइटों (biochemical binding sites) के साथ सक्रिय किया जाता है जो एंटीबॉडी या वायरस कणों को आकर्षित करते हैं। एंटीबॉडी या वायरस को आबद्ध करने से बीड्स में एक मीटर के कुछ अरबवें हिस्से की वृद्धि होती है।