Q. Which of the following options correctly defines the term ‘Zero Knowledge Proofs’?
Q. निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प 'शून्य ज्ञान प्रमाण(Zero Knowledge Proofs)' शब्द को सही ढंग से परिभाषित करता है?
Explanation:
Option (a) is correct: Zero-Knowledge Proofs (ZKPs) are mathematical methods that allow data to be verified without revealing that data. They provide small pieces of unlinkable information that can accumulate to show the validity of an assertion. For example, payment apps checking whether you have enough money in your bank account to complete a transaction without finding out anything else about your balance. Or an app confirming a password's validity without needing to directly process it. In this way, zero-knowledge proofs can help broker all sorts of sensitive agreements, transactions, and interactions in a more private and secure way. Thus, they have the potential to revolutionize the way data is collected, used and transacted.
व्याख्या:
विकल्प (a) सही है: शून्य-ज्ञान प्रमाण/ज़ीरो-नॉलेज प्रूफ (ZKPs) गणितीय तरीके हैं जो डेटा को प्रकट किए बिना डेटा को सत्यापित करने की अनुमति देते हैं। ये अनलिंक सूचना के छोटे-छोटे खंड प्रदान करते हैं जिन्हें किसी दावे की वैधता प्रदर्शित करने के लिए संकलित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, भुगतान ऐप आपके बैंक खाते में आपके बैलेंस के बारे में कुछ और पता किए बिना यह जांचते हैं कि लेनदेन पूरा करने के लिए पर्याप्त पैसा है या नहीं। या कोई ऐप किसी पासवर्ड को सीधे प्रोसेस किए बिना उसकी वैधता की पुष्टि करता है। इस तरह, शून्य-ज्ञान प्रमाण ब्रोकर को सभी प्रकार के संवेदनशील समझौतों, लेनदेन और परस्पर-क्रिया को अधिक निजी और सुरक्षित तरीके से मदद कर सकता है। इस प्रकार, इसमें डेटा एकत्र करने, उपयोग करने और लेन-देन करने के तरीके में क्रांति लाने की क्षमता है।