Q. Which one of the following options with reference to the theatres in India is incorrect?
Q. भारत में थिएटर के संदर्भ में निम्नलिखित विकल्पों में से कौन सा गलत है?
Explanation:
Option (a) is correct: Koodiyattam is India’s oldest continuing form of theatre and living tradition that has survived since the 10th century AD in Kerala. It completely adheres to the rules laid down in Natya Shastra and is the traditional privilege of the Chakyar and Nambiar castes of Kerala. The play is performed in Sanskrit, Prakrit and Malayalam, with musical instruments Mizhavu and Edakka providing the background music.
Option (b) is correct: Bhavai is a popular folk theatre form of Rajasthan. This form incorporates an extensive use of dance to narrate a series of small plays. The theme of the play is generally romantic and the performers balance a number of earthen pots or brass pitchers. The play is accompanied by semi-classical music, played in a distinct folk style with instruments such as Jhanjhar and dholak. The sutradhar is known as Nayaka in the Bhavai theatre.
Option (c) is incorrect: Tamasha is form of folk theatre in the region of Maharashtra, known for its humour and erotic content. The unique feature of Tamasha is the presence of female actors, who play even the male roles. The Tamasha performances are generally accompanied by Lavani songs.
Option (d) is correct: It is perhaps the oldest theatre traditions, which is prevalent till date in
Karnataka and parts of Kerala. It originated in the royal courts of the Vijayanagara empire and was performed by a particular community known as Jakkula Varu. Originally, it was largely a descriptive dance-drama enacted by a single artist. Later forms adopted further variations and became a typical dance drama. It is strongly influenced by the Vaishnava Bhakti Movement.
व्याख्या:
विकल्प (a) सही है: कूडियाट्टम भारत का सबसे पुराना निरंतर थिएटर और जीवित परंपरा है जो केरल में 10 वीं शताब्दी ईस्वी से अस्तित्व में है। इसमें नाट्य शास्त्र में निर्धारित नियमों का पूरी तरह से अनुपालन होता है तथा यह केरल के चाक्यार और नांबियार जातियों का पारंपरिक विशेषाधिकार है। यह नाटक संस्कृत, प्राकृत और मलयालम में किया जाता है, जिसमें वाद्ययंत्र मिझावु और एडक्का का संगीत होता है।
विकल्प (b) सही है: भवई राजस्थान का एक लोकप्रिय लोक नाट्य रूप है। इस रूप में छोटे नाटकों की एक श्रृंखला का वर्णन करने के लिए नृत्य का व्यापक उपयोग शामिल है। नाटक का विषय आम तौर पर रोमांटिक होता है तथा कलाकार कई मिट्टी के बर्तनों या पीतल के घड़े का संतुलन प्रदर्शित करते हैं। नाटक के साथ अर्ध-शास्त्रीय संगीत होता है, जिसे झंझर और ढोलक जैसे वाद्ययंत्रों के साथ एक विशिष्ट लोक शैली में बजाया जाता है। सूत्रधार को भवई थिएटर में नायक के रूप में जाना जाता है।
विकल्प (c) गलत है: तमाशा महाराष्ट्र के क्षेत्र में लोक नाट्य का रूप है, जो हास्य और कामुकता के लिए जाना जाता है। तमाशा की अनूठी विशेषता महिला अभिनेताओं की उपस्थिति है, जो यहां तक कि पुरुष की भूमिकाएं भी निभाती हैं। तमाशा प्रदर्शन आम तौर पर लावणी गीतों के साथ होते हैं।
विकल्प (d) सही है: यह शायद सबसे पुरानी नाट्य परंपरा है, जो कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों में आज तक प्रचलित है। इसकी उत्पत्ति विजयनगर साम्राज्य के शाही दरबार से हुई और एक विशेष समुदाय द्वारा किया जाता था जिसे जक्कुला वरु के नाम से जाना जाता था। मूल रूप से, यह काफी हद तक एक एकल कलाकार द्वारा किया जाने वाला एक वाचक नृत्य-नाटक था। बाद के इसके रूपों में और विविधताएँ देखी गई और यह एक विशिष्ट नृत्य नाटक बन गया। यह वैष्णव भक्ति आंदोलन से काफी प्रभावित है।