Q. With reference to Civil Services in India, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. भारत में सिविल सेवा के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation:
Statement 1 is incorrect: The Civil Service was brought into existence by Lord Cornwallis. This was to improve the administration by reducing corruption and eliminating practices like private trade, bribery and acceptance of gifts by officers. The Indian Civil Service Act was passed in 1861 which allowed the appointment of Indians in high government posts.
Statement 2 is correct: The Charter Act of 1853 introduced an open competition system of selection and recruitment of civil servants. Thus, the selection to the Civil Service based on open competitive examination was brought by the Charter Act of 1853. The Act also allowed Indians entry into civil services through an open competitive examination system.
व्याख्या:
कथन 1 गलत है: सिविल सेवा को लॉर्ड कॉर्नवालिस द्वारा अस्तित्व में लाया गया था। ऐसा भ्रष्टाचार को कम करने और निजी व्यापार, रिश्वत तथा अधिकारियों द्वारा उपहारों की स्वीकृति जैसी प्रथाओं को खत्म कर प्रशासन में सुधार करने के लिए किया गया था। भारतीय सिविल सेवा अधिनियम 1861 में पारित किया गया था जिसने उच्च सरकारी पदों पर भारतीयों की नियुक्ति की अनुमति दी थी।
कथन 2 सही है: 1853 के चार्टर अधिनियम ने सिविल सेवकों के चयन और भर्ती की एक खुली प्रतियोगिता प्रणाली प्रारंभ की। इस प्रकार, खुली प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर सिविल सेवा में चयन 1853 के चार्टर अधिनियम द्वारा प्रारंभ किया गया था। इस अधिनियम ने भारतीयों को एक खुली प्रतियोगिता परीक्षा प्रणाली के माध्यम से नागरिक सेवाओं में प्रवेश की अनुमति प्रदान की।