Q. With reference to congress session, consider the following pairs:
Congress Session | President |
1. Calcutta Session (1906) | Rash Behari Ghosh |
2. Lucknow Session (1916) | Annie Besant |
3. Belgaum Session (1924) | M.K. Gandhi |
कांग्रेस का अधिवेशन | अध्यक्ष |
1. कलकत्ता सत्र (1906) | राश बिहारी घोष |
2. लखनऊ सत्र (1916) | एनी बेसेंट |
3. बेलगाम सत्र (1924) | एम.के. गांधी |
Pair 1 is incorrectly matched: Calcutta session of 1906 is one of the important sessions for Indian freedom struggle point of view. It was presided over by Dadabhai Naoroji. In this session, the word ‘Swaraj’ for the first time was mentioned which was declared as the goal of the Indian National Congress. However, the Moderates-Extremist dispute over the pace of the swadeshi movement and techniques of struggle reached a deadlock at the Surat session (1907) of INC and party split and was presided over by Rash Behari Ghosh.
Pair 2 is incorrectly matched: Lucknow Session (1916) of INC is known for reunion of Moderates-Extremists faction. Also, there was cooperation between Muslim League and INC towards presentation of common demand to the British Government. This session was presided over by Ambika Charan Majumdar. Annie Besant presided over the Calcutta Session (1917) of INC.
Pair 3 is correctly matched: It is the only session of Indian National Congress, which was presided over by M.K. Gandhi. It assumes greater importance as it was the one and only congress session held in Karnataka as well as presided by Mahatma Gandhi as the president.
युग्म 1 गलत है : 1906 का कलकत्ता सत्र,भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की दृष्टि से महत्वपूर्ण सत्रों में से एक है। इसकी अध्यक्षता दादाभाई नौरोजी ने की थी। इस सत्र में, 'स्वराज' शब्द का पहली बार उल्लेख किया गया था, जिसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लक्ष्य के रूप में घोषित किया गया था। हालांकि, स्वदेशी आंदोलन की गति और संघर्ष की तकनीक की पर नरमपंथ-चरमपंथ विवाद, INC का सूरत सत्र (1907) और पार्टी विभाजन ,जहां गतिरोध चरम पर पहुंच गया । ज्ञात हो कि इस सत्र की अध्यक्षता रास बिहारी घोष ने की थी ।
युग्म 2 गलत है: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लखनऊ सत्र (1916), मॉडरेट्स-चरमपंथियों के गुट के पुनर्मिलन के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, ब्रिटिश सरकार के सामने आम मांग की प्रस्तुति के लिए मुस्लिम लीग और कांग्रेस के बीच सहयोग भी देखा गया । इस सत्र की अध्यक्षता अंबिका चरण मजुमदार ने की थी। एनी बेसेंट ने आईएनसी के कलकत्ता सत्र (1917) की अध्यक्षता की थी ।
युग्म 3 सही है: यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का एकमात्र सत्र है, जिसकी अध्यक्षता एम.के. गांधी ने की थी । यह अधिक महत्व रखता है क्योंकि यह कर्नाटक में आयोजित एक और एकमात्र कांग्रेस अधिवेशन था और साथ ही महात्मा गांधी ने इसकी अध्यक्षता की थी।