Q. With reference to labour reforms in British India, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. ब्रिटिश भारत में श्रम सुधारों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
ऊपर दिए गए कथनों में कौन सा/से सही है/ हैं?
Explanation:
Statement 1 is correct: The Trade Union Act, 1926 for the first time recognized registered trade unions as legal associations. It laid down conditions for registration and regulation of trade union activities.
Statement 2 is correct: The Trade Union Act, 1926 provided protection for trade unions from prosecution for legitimate acts, both civil and criminal, but imposed some limitations on their political activities.
Statement 3 is correct: The Trade Disputes Act (TDA) of 1929 made the strikes in public utilities such as posts, railways, water, and electricity illegal unless each individual worker intending to go on strike gave the administration an advance notice of one month. So, a worker can legally strike by giving prior notice.
व्याख्या:
कथन 1 सही है: ट्रेड यूनियन अधिनियम, 1926 ने पहली बार पंजीकृत ट्रेड यूनियनों को कानूनी संघों के रूप में मान्यता दी।इसने ट्रेड यूनियन गतिविधियों के पंजीकरण और विनियमन के लिए शर्तें रखीं।इसने ट्रेड यूनियन गतिविधियों के पंजीकरण और विनियमन के नियमों को निर्धारित किया।
कथन 2 सही है: ट्रेड यूनियन अधिनियम, 1926 ने वैध कृत्यों के लिए ट्रेड यूनियनों को दीवानी और आपराधिक दोनों प्रकार के मुक़द्दमों से सुरक्षा प्रदान की, लेकिन अपनी राजनीतिक गतिविधियों पर कुछ सीमाएं लगाईं।
कथन 3 सही है: 1929 का व्यापार विवाद अधिनियम के अनुसार (TDA) सार्वजनिक उपयोगिता वाली सेवाओं जैसे कि डाक, रेलवे, पानी और बिजली में हड़ताल को केवल उसी स्थिति अवैध घोषित करता है जब हड़ताल पर जाने वाले प्रत्येक कर्मचारियों ने इसके के लिए प्रशासन को एक महीने की अग्रिम सूचना न दी हो। अतः कोई कर्मचारी पूर्व सूचना देकर कानूनी रूप से हड़ताल कर सकता है।