Q. With reference to oceanic salinity, which of the statements given below is/are correct?
Select the correct answer using the codes given below:Perspective: Context: Oceanic Salinity is a core geography topic and hence important from the UPSC examination perspective. The question can be solved with the basic understanding of the concept of oceanic salinity. The term salinity means salt content in water. Hence students should think about what makes the salt content increase or decrease in ocean water. Statement 1: For oceanic salinity to decline steadily from equator to poles, oceanic salinity would have to be maximum at the equator. Oceanic salinity cannot be maximum at the equator as it sees heavy influx of freshwater due to ample amount of convectional rainfall on a regular basis. Further, oceanic salinity should be higher in the sub-tropical regions as they see low amounts of rainfall due to high pressure and higher evaporation rate due to high temperature. Also, salinity would be least near the poles due to fresh ice and snow that melts into water and flows into the ocean. Also, low evaporation rate due to less temperatures contributes to reducing its salinity. Thus, oceanic salinity should rise from equator to sub-tropics and then decline as we go towards the poles. Hence, statement 1 is incorrect. Statement 2: Using the basic knowledge of locations and both oceans being on the same latitudes, we can think of what else would differentiate the salinity of the Bay of Bengal and the Arabian sea. We know most of the Himalayan rivers are drained into the Bay of Bengal which would decrease its salinity as compared to the Arabian Sea to which lesser rivers drain. Hence, statement 2 is incorrect. Hence, none of the given statements are correct and Option (d) is the correct answer. |
परिप्रेक्ष्य: संदर्भ: महासागरीय लवणता भूगोल का एक मुख्य विषय है और इसलिए यूपीएससी परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है। इस प्रश्न को महासागरीय लवणता की अवधारणा की बुनियादी समझ से हल किया जा सकता है। लवणता शब्द का अर्थ है जल में नमक की मात्रा। इसलिए छात्रों को यह सोचना चाहिए कि समुद्र के जल में नमक की मात्रा किस प्रकार बढ़ती या घटती है। कथन 1: समुद्री लवणता के भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर निरंतर गिरावट के लिए, भूमध्य रेखा पर महासागरीय लवणता अधिकतम होनी चाहिए। महासागरीय लवणता भूमध्य रेखा पर अधिकतम नहीं हो सकती, क्योंकि यहां नियमित रूप से पर्याप्त वर्षा के कारण ताजे पानी की भारी मात्रा का प्रवाह होता है। इसके अलावा, उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में समुद्री लवणता अधिक होनी चाहिए, क्योंकि उच्च तापमान और अधिक वाष्पीकरण दर के कारण उन्हें कम मात्रा में वर्षा प्राप्त होती है। इसके साथ ही, ताजे बर्फ और हिम,जो पिघलकर समुद्र में बह जाते हैं के कारण ध्रुवों के निकट लवणता न्यूनतम होगी। इसके अलावा, कम तापमान और कम वाष्पीकरण की दर इसकी लवणता को कम करने में योगदान करते हैं। इस प्रकार, समुद्री लवणता भूमध्य रेखा से उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों की ओर बढ़नी चाहिए और फिर इसे ध्रुवों की ओर कम होना चाहिए। इसलिए, कथन 1 गलत है। कथन 2: अवस्थिति और दोनों महासागरों के एक ही अक्षांश पर होने के मूल ज्ञान का उपयोग करके हम सोच सकते हैं कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की लवणता में क्या अंतर होगा। हम जानते हैं कि अधिकांश हिमालयी नदियाँ बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं, जिससे अरब सागर की तुलना में इसकी लवणता कम हो जाती है, जिसमें कम नदियाँ गिरती हैं। इसलिए, कथन 2 गलत है। इसलिए, दिए गए कथनों में से कोई भी सही नहीं है और विकल्प (d) सही उत्तर है। |