Q. With reference to Subhash Chandra Bose, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. सुभाष चंद्र बोस के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A
1 only
केवल 1
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B
2 only
केवल 2
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C
2 and 3 only
केवल 2 और 3
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D
1, 2 and 3
1, 2 और 3
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Solution
The correct option is C
2 and 3 only
केवल 2 और 3 Explanation:
Subhas Chandra Bose was one of the most eminent freedom fighters of India. He joined the Indian National Congress (INC) in 1921. He was the President of the All India Youth Congress and also the Secretary of the Bengal State Congress. He advocated complete Swaraj and was in favour of the use of force to gain it.
Statement 1 is incorrect: He was elected as the INC president in 1939 but was forced to resign due to differences with Gandhi’s supporters. Then he formed the All India Forward Bloc in 1939 as a faction within the Congress. It was not an independent party rather it worked within the Congress to propagate its own ideology.
Statement 2 is correct: Indian National Army (INA) found support among expatriate Indians and under its aegis Bose formed the Azad Hind government which happened to produce its own currency, postage stamps, court and civil code. It was recognised by Axis states of Germany, Japan and Italy.
Statement 3 is correct: Rash Behari Bose handed over Indian National Army (INA) to Subhas Chandra Bose. The army was declared to be the army of Bose's Arzi Hukumat-e-Azad Hind (the Provisional Government of Free India). Under Bose's leadership, the INA drew ex-prisoners and thousands of civilian volunteers from the Indian expatriate population in Malaya (present-day Malaysia) and Burma. Further, it fought along with the Imperial Japanese Army against the British and Commonwealth forces in the campaigns of Burma at Imphal and Kohima.
व्याख्या:
सुभाष चंद्र बोस भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। वे 1921 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए। वह अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और बंगाल राज्य कांग्रेस के सचिव भी थे। उन्होंने पूर्ण स्वराज की वकालत की और वो इसे प्राप्त करने के लिए बल प्रयोग करने के पक्ष में थे।
कथन 1 गलत है: उन्हें 1939 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था, लेकिन गांधी के समर्थकों के साथ मतभेद के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। फिर उन्होंने 1939 में कांग्रेस के भीतर एक धड़े के रूप में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया। यह एक स्वतंत्र पार्टी नहीं थी, बल्कि इसने कांग्रेस के भीतर अपनी विचारधारा के प्रचार का कार्य किया।
कथन 2 सही है: भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) को प्रवासी भारतीयों का समर्थन मिला और उसके तत्वावधान में बोस ने आजाद हिंद सरकार का गठन किया, जिसने अपनी मुद्रा, डाक टिकट, अदालत और नागरिक संहिता का निर्माण किया। इसे जर्मनी, जापान और इटली द्वारा मान्यता प्राप्त थी।
कथन 3 सही है: रास बिहारी बोस ने भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) की कमान सुभाष चंद्र बोस को सौंपी थी। इस सेना को बोस की हुकुमत-ए-आज़ाद हिंद (स्वतंत्र भारत की अंतरिम सरकार) की सेना घोषित किया गया था। बोस के नेतृत्व में, INA ने मलाया (वर्तमान मलेशिया) और बर्मा में प्रवासी भारतीय आबादी के पूर्व कैदियों और हजारों नागरिक स्वयंसेवकों को शामिल किया। इसके अलावा, इसने इम्पीरियल जापानी सेना के साथ मिलकर इम्फाल और कोहिमा में बर्मा अभियान के अंतर्गत ब्रिटिश और राष्ट्रमंडल सैन्य बलों के खिलाफ युद्ध में भाग लिया।