Q. With reference to the adjournment of a house of the Parliament, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. संसद के किसी सदन के स्थगन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Explanation: Session is the period during which the House meets to conduct its business. An adjournment terminates a sitting of the House, dissolution terminates the life of the house and the prorogation implies the end of the sitting as well as the session and not the dissolution of the House.
Statement 1 is incorrect: Adjournment sine die (not adjournment) terminates a sitting of the Parliament for an indefinite period. The power of both adjournments. Adjournment sine die’ lies with the presiding officer of the House.
Statement 2 is incorrect: Adjournment of the house does not affect the bills or notices for their introduction. Any business pending before the house can be taken up when the house meets again.
Statement 3 is correct: Under rule 375 of the “Rules of Procedure and Conduct of Business” of the Lok Sabha, the Speaker can adjourn the sitting of the house. Similarly, Rule 275 of the House Business of the Rajya Sabha empowers the Chairman of the Rajya Sabha to adjourn the sitting of the house.
व्याख्या: सत्र वह अवधि है, जिसके दौरान सदन में कार्य निपटाने के लिए बैठक होती है। स्थगन से सदन की बैठक समाप्त हो जाती है, विघटन से सदन का जीवनकाल समाप्त हो जाता है और सत्रावसान (Prorogation) से तात्पर्य बैठक के साथ-साथ सत्र की समाप्ति से है न कि सदन के विघटन से।
कथन 1 गलत है: अनिश्चित काल के लिए स्थगन (स्थगन नहीं) संसद की बैठक को अनिश्चित काल के लिए समाप्त कर देता है। अनिश्चित काल के लिए स्थगन और स्थगन, दोनों की शक्ति सदन के पीठासीन अधिकारी के पास होती है।
कथन 2 गलत है: सदन का स्थगन विधेयक या नोटिस को प्रभावित नहीं करता है। सदन के सामने लंबित कोई भी कार्य सदन की दोबारा होने वाली बैठक पर लिया जा सकता है।
कथन 3 सही है: लोकसभा के "प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियम" के नियम 375 के तहत, अध्यक्ष सदन की बैठक को स्थगित कर सकता है। इसी प्रकार, राज्य सभा का कार्य संचालन नियम 275, राज्य सभा के सभापति को सदन की बैठक स्थगित करने का अधिकार देता है।