Q. With reference to the aftermath of the revolt of 1857, which of the following statements is/are correct?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. 1857 के विद्रोह के परिणाम के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
निम्नलिखित कूट का उपयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए:
A
2 only
केवल 2
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B
1 and 2 only
केवल 1 और 2
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C
3 only
केवल 3
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D
1 and 3 only
केवल 1 और 3
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Solution
The correct option is C
3 only
केवल 3 Explanation:
Statement 1 is incorrect: In the aftermath of the revolt of 1857, Lord Canning announced the Queen’s proclamation to the Princes, Chiefs and Peoples of India in November 1858. It unveiled a new British policy of perpetual support for “native princes”. The announcement reversed the pre-war policyof Lord Dalhousie (Doctrine of Lapse) for political unification through princely state annexation. The princes were now free to adopt any heir they desired so long as they swore allegiance to the British crown.
Statement 2 is incorrect: As per theQueen’s proclamation to the Princes, Chiefs and Peoples of India announced by Lord Canning in November 1858, in the aftermath of the revolt of 1857, the British adopted the policy of non-intervention in matters of religious belief or worship within British India. Hence, there was a decrease in British support for the socio-religious reform movements in the society.
Statement 3 is correct: Another significant outcome of the revolt of 1857 was the beginning of the policy of including Indians in the legislative process. The Legislative Council of 1853 had contained only Europeans. It was widely felt that a lack of communication with the Indian opinion was responsible for the revolt. Accordingly, the Government of India Act of 1861 provided representation for Indians in the council.
व्याख्या:
कथन 1 गलत है: 1857 के विद्रोह के परिणामस्वरूप लॉर्ड कैनिंग ने नवंबर 1858 में भारत के राजकुमारों, प्रमुखों और लोगों के लिए रानी की उदघोषणा को सामने रखा। इसने "देशी राजकुमारों" के लिए स्थायी समर्थन की एक नई ब्रिटिश नीति का खुलासा किया। इस घोषणा ने देशी रियासतों के विलय (princely state annexation) के जरिए होने वाली राजनीतिक एकीकरण हेतु लॉर्ड डलहौज़ी (डॉक्ट्रिन ऑफ़ लैप्स) की युद्ध पूर्व नीति को उलट दिया। लॉर्ड कैनिंग की नीति के अनुसार ब्रिटिश ताज के प्रति निष्ठा बनाए रखने तक नरेश किसी भी वारिस को गोद के लिए स्वतंत्र थे।
कथन 2 गलत है: 1857 के विद्रोह के बाद नवंबर 1858 में लॉर्ड कैनिंग द्वारा जारी भारत के नरेशों, प्रमुखों और लोगों के लिए रानी की उद्घोषणा के अनुसार, अंग्रेजों ने ब्रिटिश भारत में धार्मिक विश्वास या पूजा-अर्चना के मामलों में हस्तक्षेप न करने की नीति अपनाई थी। इसलिए, समाज में सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलनों के प्रति ब्रिटिश समर्थन में कमी आई।
कथन 3 सही है: 1857 के विद्रोह का एक और महत्वपूर्ण परिणाम विधायी प्रक्रिया में भारतीयों को शामिल करने की नीति की शुरुआत थी। 1853 की विधान परिषद में केवल यूरोपीय शामिल थे। ऐसा व्यापक रूप से महसूस किया गया कि विद्रोह के लिए जिम्मेदार कारक भारतीयों के साथ संचार की कमी थी। तदनुसार, 1861 के भारत सरकार अधिनियम ने परिषद में भारतीयों के लिए प्रतिनिधित्व प्रदान किया।