Q. With reference to the Asmi, recently in the news, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. हाल ही में चर्चा में रही अस्मी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation:
India’s first indigenous 9mm Machine Pistol has been jointly developed by DRDO and Indian Army.The weapon has been named ‘Asmi’.
Statement 1 is incorrect: The Asmi machine pistol (not a tank) fires the in-service 9 mm ammunition and has an upper receiver made from aircraft-grade aluminium and lower receiver from carbon fibre.
The weapon has huge potential in the Armed forces as personal weapon for heavy weapon detachments, commanders, tank and aircraft crews, drivers/dispatch riders, radio/radar operators, Closed Quarter Battle, counter insurgency and counter terrorism operations, etc.
This is also likely to find huge use with the central and state police organizations as well as VIP protection duties and policing.
Statement 2 is correct: Armament Research & Development Establishment (ARDE), which is the Pune- based facility of the Defence Research and Development Organisation (DRDO) and the Indian Army’s Mhow-based Infantry School have jointly developed Asmi.
व्याख्या:
भारत की पहली स्वदेशी 9mm मशीन पिस्टल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय सेना द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। इस हथियार का नाम 'अस्मी' रखा गया है।
कथन 1 गलत है: अस्मी मशीन पिस्टल (टैंक नहीं) इन-सर्विस 9 मिमी गोला बारूद दागती है और इसमें एयरक्राफ्ट-ग्रेड एल्यूमीनियम से बना ऊपरी रिसीवर और कार्बन फाइबर से बना निचला रिसीवर होता है।
सशस्त्र बलों में भारी हथियार डिटेंचमेंट, कमांडरों, टैंक तथा विमानकर्मियों ड्राइवर/डिस्पैच राइडरों, रेडियो/राडार ऑपरेटरों, नजदीकी लड़ाई, चरमपंथ विरोधी तथा आतंकवाद रोधी कार्रवाई में व्यक्तिगत हथियार के रूप में इसकी क्षमता काफी अधिक है। इसका इस्तेमाल केंद्रीय तथा राज्य पुलिस संगठनों के साथ-साथ वीआईपी सुरक्षा तथा पुलिसिंग में किया जा सकता है।
कथन 2 सही है: अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (ARDE) और भारतीय सेना के महू स्थित इन्फैंट्री स्कूल ने संयुक्त रूप से अस्मी को विकसित किया है।