Q. With reference to the Comprehensive Test Ban Treaty, which of the following statements is/are correct?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (CTBT) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
निम्नलिखित कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए:
Explanation: Comprehensive Test Ban Treaty (CTBT) was opened for signature in September 1996. In accordance with Article XIV of the CTBT, it will enter into force after all annex II states (44 countries) ratified it.
Statement 1 is correct: CTBT is termed as a Zero Yield Treaty.
Statement 2 is incorrect: Comprehensive Test Ban Treaty prohibits all nuclear explosions that produce a self-sustaining, supercritical chain reaction of any kind whether for weapons or peaceful purposes.
Statement 3 is incorrect: India is neither a signatory nor ratified the treaty. China, India, Pakistan, DPR (Democratic People’s Republic) of Korea, Iran, USA, Egypt and Israel have also not ratified it.
Additional Information: U.S. said in a report that China may have secretly set off low-level underground nuclear test explosions despite claiming to observe an international pact banning such blasts. The United States is concerned about Beijing’s possible breaches of a “zero yield” standard for test blasts during the activities at China’s Lop Nur nuclear test site throughout 2019.
व्याख्या: व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (CTBT) को सितंबर 1996 में हस्ताक्षर के लिए खोला गया था। CTBT के अनुच्छेद XIV के अनुसार, यह सभी अनुलग्नक II देशों (44 देशों) द्वारा पुष्टि के बाद लागू होगी।
कथन 1 सही है: CTBT को जीरो यील्ड संधि भी कहा जाता है।
कथन 2 गलत है: व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि उन सभी परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित करती है जो किसी भी प्रकार के आत्मनिर्भर, अतिक्रांतिक श्रृंखला अभिक्रिया उत्पन्न करते हैं, चाहे वह हथियारों के लिए हो या शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए।
कथन 3 गलत है: भारत न तो इसका हस्ताक्षरकर्ता देश है और न ही इस संधि की पुष्टि की है। चीन, भारत, पाकिस्तान, DPR (डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक) कोरिया, ईरान, अमेरिका, मिस्र और इजरायल ने भी इसकी पुष्टि नहीं की है।
अतिरिक्त जानकारी: अमेरिका ने एक रिपोर्ट में कहा कि चीन ने इस तरह के विस्फोटों पर प्रतिबंध लगाने वाले एक अंतरराष्ट्रीय समझौते का पालन करने का दावा करने के बावजूद गुप्त रूप से भूमिगत परमाणु परीक्षण किए होंगे। संयुक्त राज्य अमेरिका 2019 के दौरान चीन के लोप नूर परमाणु परीक्षण स्थल पर गतिविधियों के दौरान परीक्षण विस्फोटों के लिए "जीरो यील्ड" मानक के संभावित उल्लंघनों के बारे में चिंतित है।