Q. With reference to the Dandi March, which of the following statements is/are correct
Select the correct answer using the codes given below:
Q. दांडी मार्च के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए:
Explanation: Mahatma Gandhi launched the Civil Disobedience Movement with his famous Dandi March, which began on 12th March 1930 and ended on April 6th, 1930.
Statement 1 is correct: According to the Salt Act of 1882, only the British government in India could manufacture, collect and sell salt. This led to state monopoly over salt, jeopardising livelihoods of many Indians living along the coast. Thus, the breaking of the Salt Act at Dandi by Gandhiji led to the formal inauguration of the Civil Disobedience Movement. Through this he brought common people of India (especially women) into the mainstream of freedom struggle.
Statement 2 is incorrect: The Indian National Congress, on 19 December 1929, passed the historic ‘Purna Swaraj’ (total independence) resolution at its Lahore session. A public declaration was made on 26 January 1930 – a day which the Congress Party urged Indians to celebrate as ‘Independence Day’. The declaration was passed due to the breakdown of negotiations between leaders of the freedom movement and the British over the question of dominion status for India. It was before the Dandi march event.
Statement 3 is correct: Matangini Hazra took part in the civil disobedience movement and was arrested for taking part in the Dandi March and breaking the Salt Act. She was inspired by Gandhi’s beliefs and became a devoted follower of the leader, earning herself the name, “Gandhi buri”.
व्याख्या: महात्मा गांधी ने अपने प्रसिद्ध दांडी मार्च जो 12 मार्च 1930 को शुरू और 6 अप्रैल, 1930 को समाप्त हुआ के साथ सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की।
कथन 1 सही है: 1882 के नमक अधिनियम के अनुसार, भारत में केवल ब्रिटिश सरकार ही नमक का निर्माण, संग्रह और बिक्री कर सकती थी। इसके परिणामस्वरूप नमक पर राज्य का एकाधिकार हो गया, जिससे तट के किनारे रहने वाले कई भारतीयों की आजीविका पर संकट उत्पन्न हो गया। इस प्रकार, गांधीजी द्वारा दांडी में नमक अधिनियम को तोड़ने से सविनय अवज्ञा आंदोलन की औपचारिक शुरुआत हुई। इसके माध्यम से उन्होंने भारत के आम लोगों (विशेष रूप से महिलाओं) को स्वतंत्रता संग्राम की मुख्यधारा में जोड़ा।
कथन 2 गलत है: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 19 दिसंबर 1929 को अपने लाहौर अधिवेशन में ऐतिहासिक 'पूर्ण स्वराज' (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया। 26 जनवरी 1930 को एक सार्वजनिक घोषणा की गई - एक ऐसा दिन जिसे कांग्रेस पार्टी ने भारतीयों से 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाने का आग्रह किया। भारत के लिए डोमिनियन राज्य के प्रश्न पर स्वतंत्रता आंदोलन के नेताओं और अंग्रेजों के बीच चर्चा ख़त्म होने के कारण यह घोषणा पारित की गई थी। यह कार्यक्रम दांडी मार्च से पहले हुआ था।
कथन 3 सही है : मातंगिनी हाजरा ने सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लिया और इन्हें दांडी मार्च में भाग लेने और नमक अधिनियम को तोड़ने के लिए गिरफ्तार किया गया था। वह गांधी के विश्वास से प्रेरित थी और अपने नेता की एक समर्पित अनुयायी बन गई, जिसने स्वयं को "गांधी बरी" नाम दिया।