Q. With reference to the Doctrine of Lapse by Lord Dalhousie, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. लॉर्ड डलहौजी के व्यपगत सिद्धांत (राज्य हड़प नीति) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Explanation: The Doctrine of Lapse was introduced by Lord Dalhousie, who was the Governor-General from 1848-1856. It was devised to annex the territories of India.
Statement 1 is incorrect: The doctrine declared that if an Indian ruler died without a natural male heir his kingdom would lapse and would become the territory of The East India Company.
Statement 2 is incorrect: The Company took over the Awadh on the pretext of mal-administration or mis-government (not using the Doctrine of Lapse).
व्याख्या: व्यपगत सिद्धांत लॉर्ड डलहौजी द्वारा लाया गया था, जो 1848 से 1856 तक गवर्नर-जनरल था। यह सिद्धांत भारत के क्षेत्रों का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय करने हेतु तैयार किया गया था।
कथन 1 गलत है: इस सिद्धांत के अनुसार यदि एक भारतीय शासक की मृत्यु स्वाभाविक (natural) पुरुष उत्तराधिकारी के बिना होती है तो उसका राज्य समाप्त हो जाएगा और वह ईस्ट इंडिया कंपनी का क्षेत्र माना जाएगा।
कथन 2 गलत है: कंपनी ने अवध पर कुप्रशासन या कुशासन (व्यपगत के सिद्धांत के द्वारा नहीं) का आरोप लगते हुए उसे अपने अधिकार में ले लिया।