The correct option is
B
2 and 3 only
केवल 2 और 3
Explanations:
Recently, the Union Agriculture Minister attended the Eighth Session of the Governing Body of Seed Treaty at FAO Headquarters in Rome. ITPGRFA also known as Seed Treaty, is a comprehensive international agreement for ensuring food security through the conservation, exchange and sustainable use of the world's plant genetic resources for food and agriculture (PGRFA), as well as the fair and equitable benefit sharing arising from its use. It also recognizes farmers' rights, subject to national laws. India
is a signatory to the treaty.
Statement 1 is incorrect: The International Treaty on Plant Genetic Resources for Food and Agriculture was adopted by the Thirty-First Session of the Conference of the Food and Agriculture Organization of the United Nations on 3 November 2001.
Statement 2 is correct: Objectives of the treaty are:
- Farmers’ Contribution: To recognize the contribution of farmers to the diversity of crops.
- Access and Benefit Sharing: Establish a global system to provide farmers, plant breeders and scientists with access to plant genetic materials.
- Sustainability: To conserve and sustainably use plant genetic resources for food and agriculture, and fair and equitable sharing of the benefits arising out of their use, in harmony with the Convention on Biological Diversity.
Statement 3 is correct: India has enacted “Protection of Plant Varieties and Farmers’ Rights (PPV&FR) Act '' to protect Farmers’ Rights and breeder’s rights on the lines of this treaty. This legislation is fully compliant to article 9 of the Treaty.
व्याख्या: हाल ही में, केंद्रीय कृषि मंत्री ने रोम में FAO मुख्यालय में बीज संधि के शासी निकाय के आठवें सत्र में भाग लिया। ITPGRFA जिसे बीज संधि के रूप में भी जाना जाता है, दुनिया के खाद्य और कृषि के लिए पादप आनुवंशिक संसाधनों (PGRFA) के संरक्षण, विनिमय और सतत उपयोग के माध्यम से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने साथ ही इनके उपयोग से होने वाले उचित और समान लाभ साझाकरण के लिए एक व्यापक अंतरराष्ट्रीय समझौता है। यह राष्ट्रीय कानूनों के अधीन किसानों के अधिकारों को भी मान्यता देता है। भारत संधि का एक हस्ताक्षरकर्त्ता है।
कथन 1 गलत है: 3 नवंबर 2001 को संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के सम्मेलन के 33 वें सत्र द्वारा खाद्य और कृषि के लिए अंतर्राष्ट्रीय आनुवंशिक संसाधनों पर अंतर्राष्ट्रीय संधि को अपनाया गया था।
कथन 2 सही है: संधि के उद्देश्य हैं:-
- किसानों का योगदान: फसलों की विविधता के लिए किसानों के योगदान को पहचानने के लिए।
- पहुँच और लाभ साझा करना: किसानों, पादप प्रजनकों और वैज्ञानिकों को आनुवंशिक सामग्री तक पहुँच उपलब्ध कराने के लिए एक वैश्विक प्रणाली स्थापित करना।
- स्थिरता: जैविक विविधता पर सम्मेलन के साथ सामंजस्य में खाद्य और कृषि के लिए आनुवंशिक संसाधनों के संरक्षण और निरंतर उपयोग करने, उनके उपयोग से होने वाले लाभों का उचित और न्यायसंगत साझाकरण के लिए।
कथन 3 सही है: भारत ने इस संधि की तर्ज पर किसानों और प्रजनकों के अधिकारों की रक्षा के लिए "पौधों की विविधता और किसानों के अधिकार (PPV&FR) अधिनियम" को लागू किया है। यह कानून पूर्णतः संधि के अनुच्छेद 9 के अनुरूप है।