Q. With reference to the land revenue administration under Akbar, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are incorrect?
Q. अकबर के शासनकाल के दौरान भू-राजस्व प्रशासन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से गलत है/हैं?
Explanation:
Statement 1 is correct: Qanungos were hereditary holders of land as well as local officials conversant with local conditions were ordered to report on the actual produce and local price. But in every area, the qanungos were dishonest and often concealed the real produce. The karoris were appointed by Akbar to keep a check on the facts and figures of crop produce and price provided by dishonest qanungos and were responsible for collection of a crore of dams (Rs 2,50,000).
Statement 2 is incorrect: Under the dahsala system, the average produce of different crops and their average prices prevailing over the last 10 years (Not 10 weeks) were calculated for land revenue collection.
व्याख्या:
कथन 1 सही है: कानूनगो भूमि के वंशानुगत धारक और साथ ही स्थानीय परिस्थितियों से परिचित स्थानीय अधिकारी थे जिन्हें वास्तविक उपज और स्थानीय कीमत पर रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया था। लेकिन हर क्षेत्र में, कानूनगो बेईमान थे और प्रायः असली उपज को छुपाते थे। करोड़ी को अकबर ने बेईमान कानूनगो द्वारा प्रदान की गई फसल उपज और कीमत के तथ्यों और आंकड़ों पर नजर रखने के लिए नियुक्त किया था और वे एक करोड़ दाम (2,50,000 रुपये) के संग्रह के लिए जिम्मेदार होते थे।
कथन 2 गलत है: दहसाला प्रणाली के तहत, विभिन्न फसलों की औसत उपज और पिछले 10 वर्षों (10 सप्ताह नहीं) में रही उनकी औसत कीमतों की गणना भू-राजस्व संग्रह के लिए की जाती थी।