Q. With reference to the literature during the Mughal empire, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. मुगल साम्राज्य के दौरान के साहित्य के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation:
Statement 1 is correct: ‘Ain-i-Akbari’ written by Abul Fazl consists of five books or ‘daftars’. Out of this, the first three books describe the administration during the rule of Akbar. It is one of the three books of ‘Akbar Nama’ which was commissioned by Akbar.
Statement 2 is incorrect: Abdul Hamid Lahori is known as the author of ‘Padshah Nama’ which was commissioned by Shah Jahan (not Jahangir). ‘Padshah Nama’ is the official history of Shah Jahan’s reign in three volumes (‘daftars’). Each volume consists of the history of 10 Lunar years. Lahori wrote the first and second volumes. These volumes were later revised by Sadullah Khan.
Statement 3 is correct: ‘Humayun Nama’ was written by Humayun’s sister Gulbadan Begum. She was the daughter of Babur and Aunt of Akbar. Akbar requested his aunt to record her memoirs of earlier times under Babur and Humayun. Gulbadan could write fluently in both Turkish and Persian.
व्याख्या:
कथन 1 सही है: अबुल फजल द्वारा लिखित 'आइन-ए-अकबरी' में पांच पुस्तकें या 'दफ्तर' शामिल हैं।इनमें से प्रथम तीन पुस्तकें अकबर के शासन काल के प्रशासन का उल्लेख करते हैं। यह 'अकबरनामा' की तीन पुस्तकों में से एक है जिसे अकबर द्वारा शुरू किया था।
कथन 2 गलत है: अब्दुल हमीद लाहौरी को 'पादशाहनामा' के लेखक के रूप में जाना जाता है जिसे शाहजहाँ (जहाँगीर नहीं) के शासनकाल में लिखना शुरू किया गया था।'पादशाहनामा' शाहजहाँ के शासनकाल का आधिकारिक इतिहास है जो तीन खंडों ('दफ्तरों') में है।प्रत्येक खंड में 10 चंद्र वर्षों का इतिहास है।लाहौरी ने पहला और दूसरा खंड लिखा। इन संस्करणों को बाद में सादुल्लाह खान द्वारा संशोधित किया गया था।
कथन 3 सही है: हुमायूँनामा की रचना हुमायूँ की बहन गुलबदन बेगम ने की थी।वह बाबर की बेटी और अकबर की बुआ थी।अकबर ने अपनी बुआ से बाबर और हुमायूँ के दौरान अपने पुराने समय के संस्मरणों को अभिलिखित करने का अनुरोध किया।गुलबदन तुर्की और फारसी दोनों में धाराप्रवाह लिख सकती थी।