The correct option is D
1, 2 and 3
1, 2 और 3
Explanation:
Statement 1 is correct: Moderates believed that the British wanted to be just to the Indians but were not aware of the real conditions. They, therefore, wanted to build public opinion in the country and present the demands of the people to the government in the form of petitions, resolutions, meetings, etc. They thought that through these methods, Britishers could be made aware of the actual conditions of the people and hence, would lead them to concede people’s demands gradually.
Statement 2 is correct: The moderates were primarily influenced by Utilitarian theories, as Edmund Burke, John Stuart Mill and John Morley had left a mark on their thoughts and actions. They believed that the government should be guided by expediency and not by any moral or ethical laws. And the constitution was to be considered inviolable and hence repeatedly they appealed to the British parliament complaining about the Government of India subverting the constitution.
Statement 3 is correct: The immediate demand of the moderates was not for full self-government or democracy. They demanded democratic rights only for the educated members of the Indian society who would substitute for the masses. They expected that full political freedom would come gradually and India would ultimately be given the self governing right like Canada or Australia.
व्याख्या:
कथन 1 सही है: नरमपंथियों का मानना था कि ब्रिटिश भारतीयों के प्रति न्यायोचित रहना चाहते थे, लेकिन वास्तविक परिस्थितियों से अवगत नहीं थे। इसलिए, वे देश में जनता की राय का निर्माण करना चाहते थे और लोगों की मांगों को याचिका, संकल्प, बैठक आदि के रूप में सरकार के सामने प्रस्तुत करना चाहते थे। उनका मानना था कि इन विधियों से ब्रिटिशों को वास्तविक स्थितियों से अवगत कराया जा सकता है और उन्हें धीरे-धीरे लोगों की मांगों को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
कथन 2 सही है: नरमपंथी मुख्य रूप से उपयोगितावादी सिद्धांतों से प्रभावित थे, उन पर एडमंड बर्क, जॉन स्टुअर्ट मिल और जॉन मोरले ने अपने विचारों और कार्यों की छाप छोड़ी थी। उनका मानना था कि सरकार को लाभ द्वारा निर्देशित किया जाना चाहिए न कि नैतिकता या नीतिपरक कानूनों द्वारा। संविधान को अनुल्लंघनीय माना जाना था और इसलिए वे बार-बार ब्रिटिश संसद से अपील करते थे कि भारत सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है।
कथन 3 सही है: नरमपंथियों की तत्काल मांग पूर्ण स्वशासन या लोकतंत्र की नहीं थी। उन्होंने समस्त जनता के स्थान पर केवल भारतीय समाज के शिक्षित सदस्यों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों की मांग की। उन्हें उम्मीद थी कि पूर्ण राजनैतिक स्वतंत्रता धीरे-धीरे आएगी और भारत को अंततः कनाडा या ऑस्ट्रेलिया की तरह स्वशासी अधिकार दे दिया जाएगा।