The correct option is A
1 and 2 only
केवल 1 और 2
Explanation:
Tipu Sultan, who ruled Mysore till his death at the hands of the British in 1799, was a man of complex character.
Statement 1 is correct: His desire to change with times was symbolised with the introduction of a new calendar, new coinage system and new scales of weights and measures. His personal library contained books on such diverse subjects: religion, history, military, science, mathematics and medicine.
Statement 2 is correct: He showed a keen interest in French Revolution. He planted a tree of liberty at Srirangapatnam and became a member of the Jacobian Club.
Statement 3 is incorrect: Tipu also seems to have grasped the modern trade and industry. In fact, he understood the importance of economic strength as the backbone of military strength. He made some attempts to introduce modern industries in India by importing foreign workmen as experts and also provided state support to many industries. He sent embassies to Iran and Pegu to develop foreign trade (not to forge an alliance against British). He even tried to set up a trading company on the pattern of western companies.
व्याख्या:
टीपू सुल्तान, जिसने 1799 में अंग्रेजों के हाथों अपनी मृत्यु तक मैसूर पर शासन किया था, मिश्रित चरित्र का व्यक्ति था।
कथन 1 सही है: नया कैलेंडर, नई सिक्का प्रणाली और भार एवं माप के नए पैमानों की शुरुआत, समय के साथ बदलते रहने की उसकी इच्छा को दर्शाती है। उसके व्यक्तिगत पुस्तकालय में विविध विषयों जैसे धर्म, इतिहास, सैन्य, विज्ञान, गणित और चिकित्सा पर पुस्तकें उपलब्ध थीं।
कथन 2 सही है: फ्रांसीसी क्रांति में उसकी गहरी रूचि थी। उसने श्रीरंगपट्टनम में स्वतंत्रता का वृक्ष लगाया और जैकोबिन क्लब का सदस्य बन गया।
कथन 3 गलत है: टीपू आधुनिक व्यापार और उद्योग के महत्त्व को भी अच्छी तरह से समझता था। वास्तव में, वह सैन्य ताकत की रीढ़ के रूप में आर्थिक ताकत के महत्व को समझता था। उसने विदेशी श्रमिकों को विशेषज्ञों के रूप में बुलाकर भारत में आधुनिक उद्योगों को शुरू करने के कुछ प्रयास किए और कई उद्योगों को राज्य की ओर से सहायता भी प्रदान किया। उसने विदेशी व्यापार बढ़ाने के लिए (अंग्रेजों के खिलाफ गठबंधन बनाने के लिए नहीं) ईरान और पेगु में दूत भेजे। यहाँ तक कि उसने पश्चिमी कंपनियों के आधार पर एक व्यापारिक कंपनी स्थापित करने का भी प्रयास किया।