Q. With reference to the ‘Scheme for Formalisation of Micro Food Processing Enterprises (FME)’, consider the following statements:
Which of the statements given above are correct?
Q. 'सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को औपचारिक रूप देने की योजना' (FME) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: उपर्युक्त कथनों में से कौन से सही हैं?
A
1 and 2 only
केवल 1 और 2
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
B
2 and 3 only
केवल 2 और 3
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
C
1 and 3 only
केवल 1 और 3
Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
D
1, 2 and 3
1, 2 और 3
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
Open in App
Solution
The correct option is C
1 and 3 only
केवल 1 और 3 Explanation:
TheScheme for Formalisation of Micro Food Processing Enterprises (FME) was approved in 2020 by the union cabinet for targeting unorganized enterprises.
Statement 1 is correct: Following are the objectives of the scheme:
Increase financial access to micro food processing units.
Higher revenue generation by the targeted enterprises.
Increased compliance with food quality and safety standards.
Strengthening capacities of support systems.
The transition from the unorganized sector to the formal sector.
Encourage Waste to Wealth activities.
Focus on minor forest produce in Tribal Districts.
Statement 2 is incorrect: Following are the salient features of the scheme:
It is a Centrally Sponsored Scheme.
2,00,000 micro-enterprises are to be assisted with credit-linked subsidies.
The scheme will be implemented over 5 years from 2020-21 to 2024-25.
It will follow a cluster approach with a focus on perishable items.
Statement 3 is correct: The scheme will have a pan-India implementation, with a special focus on the aspirational districts and women entrepreneurs.
व्याख्या:
सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को औपचारिक रूप देने की योजना को असंगठित उद्यमों को लक्षित करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 2020 में मंजूरी दी गई थी।
कथन 1 सही है: योजना के उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों के द्वारा वित्त अधिगम्यता में वृद्धि।
लक्षित उद्यमों के राजस्व में वृद्धि
खाद्य गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का वर्धित अनुपालन
समर्थन प्रणालियों की क्षमता को सुदृढ़ बनाना
असंगठित क्षेत्र से औपचारिक क्षेत्र में पारगमन
अपशिष्ट से धन अर्जन गतिविधियों को प्रोत्साहन
जनजातीय जिलों में लघु वन उत्पाद पर ध्यान
कथन 2 गलत है: योजना की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
2,00,000 सूक्ष्म-उद्यमों को ऋण से जुड़ी सब्सिडी के माध्यम से सहायता प्रदान की जाएगी।
योजना को 2020-21 से 2024-25 तक के लिए 5 वर्ष की अवधि हेतु कार्यान्वित किया जाएगा।
यह खराब होने वाली (perishable) वस्तुओं पर ध्यान देने के साथ समूह (cluster) दृष्टिकोण का पालन करेगी।
कथन 3 सही है: इस योजना का अखिल भारतीय क्रियान्वयन होगा, जिसमें आकांक्षी जिलों और महिला उद्यमियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।