The correct option is B
2 only
केवल 2
Explanation:
The Seabed 2030 Project was recently in the news because the project has completed the mapping of nearly one-fifth of the world’s ocean floor.
Statement 1 is incorrect: It is a collaborative project between the Nippon Foundation of Japan and the General Bathymetric Chart of the Oceans (GEBCO).
Statement 2 is correct: The project aims to capture the data related to shape and depth of the ocean floor. It brings together all available bathymetric (measurement of the shape and depth of the ocean floor) data to produce the definitive map of the world ocean floor by 2030. Knowing the depth and shape of the seafloor (bathymetry) would help in understanding ocean circulation, tides, tsunami forecasting, fishing resources, sediment transport, environmental change, underwater geo-hazards, infrastructure construction and maintenance, cable and pipeline routing and much more.
Additional information: GEBCO is an international group of mapping experts developing a range of bathymetric data sets and data products. It operates under the joint collaboration of the International Hydrographic Organization (IHO) and UNESCO's Intergovernmental Oceanographic Commission (IOC).
व्याख्या:
सीबेड 2030 परियोजना हाल ही में चर्चा में थी क्योंकि इस परियोजना ने दुनिया के महासागर तल के लगभग पांचवें हिस्से का मानचित्रण पूरा कर लिया है।
कथन 1 गलत है: यह जापान के निप्पॉन फाउंडेशन और महासागरों के सामान्य गांभीर्य मापक चार्ट (GEBCO) के बीच एक सहयोगी परियोजना है।
कथन 2 सही है: परियोजना का उद्देश्य समुद्र तल के आकार और गहराई से संबंधित आँकड़ों को इकठ्ठा करना है। इसका कार्य 2030 तक दुनिया के समुद्र तल के एक स्पष्ट मानचित्र का निर्माण करने के लिए सभी उपलब्ध गांभीर्य (समुद्र तल के आकार और गहराई की माप) आँकड़ों को एक साथ लाना है। समुद्र तल (गांभीर्य) की गहराई और आकार को जानने से महासागर संचलन, ज्वार, सुनामी पूर्वानुमान, मछली पकड़ने के संसाधन, तलछट परिवहन, पर्यावरण परिवर्तन, पानी के नीचे के भू-खतरों, बुनियादी ढ़ाँचे के निर्माण और रखरखाव, केबल और पाइपलाइन मार्ग को समझने में मदद मिलेगी।
अतिरिक्त जानकारी: GEBCO मानचित्रण विशेषज्ञों का एक अंतर्राष्ट्रीय समूह है, जो गांभीर्य मापक आकड़ों के समुच्चय और आँकड़े आधारित उत्पादों की एक श्रृंखला को विकसित कर रहा है। यह अंतर्राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण संघठन (IHO) और यूनेस्को के अंतर-सरकारी समुद्र विज्ञान आयोग (IOC) के संयुक्त तत्वाधान में कार्य करता है।