Q. With reference to the Social Reform Organizations of the 19th century, which of the pairs given below is/are correctly matched?
Sr. No | Organization | Founded in |
1. | Bramho Samaj | Bengal |
2. | Arya Samaj | Bombay |
3. | Satya Shodhak Samaj | Madras |
क्रम संख्या | संगठन | स्थापना स्थल |
1. | ब्रह्म समाज | बंगाल |
2. | आर्य समाज | बॉम्बे |
3. | सत्य शोधक समाजव् | मद्रास |
Explanation:
Pair 1 is correctly matched: Founded in 1828 in Calcutta, Bengal, by pioneer social reformer Raja Ram Mohan Roy (1772 – 1833), the Bramho Samaj fought against idol worship, polytheism, caste oppression, unnecessary rituals and other social evils like Sati, polygamy, purdah system, child marriage, etc.
Pair 2 is correctly matched: Founded in 1875 in Bombay by Swami Dayanand Saraswati, Arya Samaj society strove against idolatry, polytheism, rituals, priesthood, animal sacrifice, child marriage and the caste system.
Pair 3 is incorrectly matched: Satya Shodhak Samaj was founded by Jyotirao Govindrao Phule in Pune (Not Madras). It campaigned against idolatry and the caste system. It advocated rational thinking and rejected priesthood.
व्याख्या :
युग्म 1 सुमेलित है: 1828 में बंगाल के कलकत्ता में अग्रणी समाज सुधारक राजा राम मोहन राय (1772 - 1833) द्वारा स्थापित, ब्रह्म समाज ने मूर्ति पूजा, बहुदेववाद, जाति उत्पीड़न, अनावश्यक अनुष्ठानों और सती, बहुविवाह, पर्दा प्रथा, बाल विवाह आदि जैसी अन्य सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
युग्म 2 सुमेलित है: स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा 1875 में बॉम्बे में स्थापित, आर्य समाज समाज ने मूर्तिपूजा, बहुदेववाद, अनुष्ठान, पुजारी के पद (priesthood), पशु बलि, बाल विवाह और जाति व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष किया।
युग्म 3 सुमेलित नहीं है: सत्य शोधक समाज की स्थापना ज्योतिराव गोविंदराव फुले ने पुणे (मद्रास नहीं) में की थी। इसने मूर्तिपूजा और जाति व्यवस्था के खिलाफ अभियान चलाया। इसने तर्कसंगत सोच की वकालत की और पौरोहित्य-पुजारी के पद (priesthood) को खारिज कर दिया।