The correct option is
D
All disputes with respect to his election are inquired into by the Election Commission.
उनके चुनाव के संबंध में सभी विवादों की जांच चुनाव आयोग द्वारा की जाती है।
Explanation:
Option (a) is correct: The Constitution lays down the following two conditions of the Vice President’s office:
- He should not be a member of either House of Parliament or a House of the state legislature. If any such person is elected Vice-President, he is deemed to have vacated his seat in that House on the date on which he enters upon his office as Vice-President.
- He should not hold any other office of profit.
Option (b) is correct: The Vice-President holds office for a term of five years from the date on which he enters upon his office. However, he can resign from his office at any time by addressing the resignation letter to the President. He can also be removed from the office before completion of his term. A formal impeachment is not required for his removal. He can be removed by a resolution of the Rajya Sabha passed by an absolute majority (ie, a majority of the total members of the House) and agreed to by the Lok Sabha. But, no such resolution can be moved unless at least 14 days’ advance notice has been given. Notably, no ground has been mentioned in the Constitution for his removal.
Option (c) is correct: He acts as President when a vacancy occurs in the office of the President due to his resignation, removal, death or otherwise. He can act as President only for a maximum period of six months within which a new President has to be elected. Further, when the sitting President is unable to discharge his functions due to absence, illness or any other cause, the Vice-President discharges his functions until the President resumes his office.
Option (d) is incorrect: All doubts and disputes in connection with election of the Vice-President are inquired into and decided by the Supreme Court whose decision is final. The election of a person as Vice-President cannot be challenged on the ground that the electoral college was incomplete.
व्याख्या:
विकल्प (a) सही है: संविधान में उपराष्ट्रपति पद की निम्नलिखित दो शर्तें हैं:
उसे संसद के किसी भी सदन का सदस्य या राज्य विधान सभा का सदस्य नहीं होना चाहिए। यदि ऐसे किसी व्यक्ति को उपराष्ट्रपति चुना जाता है, तो सदन में उसकी सीट को उस तिथि से खाली माना जाता है जिस दिन वह उपराष्ट्रपति पद ग्रहण करता है। उसे किसी अन्य लाभ के पद पर नहीं रहना चाहिए।
विकल्प (b) सही है: उपराष्ट्रपति के पद की अवधि तब से शुरू होती है जिस दिन से वह अपना पद ग्रहण करता है।
हालांकि, वह राष्ट्रपति को त्याग पत्र दे करके किसी भी समय अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले भी उन्हें पद से हटाया जा सकता है। उसके निष्कासन के लिए एक औपचारिक महाभियोग की आवश्यकता नहीं है। उन्हें राज्य सभा द्वारा पूर्ण बहुमत (अर्थात, सदन के कुल सदस्यों का बहुमत) द्वारा पारित किए गए प्रस्ताव के द्वारा हटाया जा सकता है और इसमें लोकसभा की सहमति आवश्यक होती है।लेकिन जब तक कम से कम 14 दिनों की अग्रिम सूचना नहीं दी जाती है तब तक इस तरह का कोई भी प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है। विशेष रूप से, उनके निष्कासन के लिए संविधान में किसी भी आधार का उल्लेख नहीं किया गया है।
विकल्प (c) सही है: वह राष्ट्रपति के रूप में तब कार्य करता है जब राष्ट्रपति का पद उनके इस्तीफे, हटाने, मृत्यु, या अन्य किसी कारण से रिक्ति होता है। वह केवल छह महीने की अधिकतम अवधि के लिए ही राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर सकता है जब तक की इस अवधि में नए राष्ट्रपति का चुनाव नहीं किया जाता है। इसके अलावा, जब वर्तमान राष्ट्रपति की अनुपस्थिति, बीमारी या किसी अन्य कारण से अपने कार्यों का निर्वहन करने में असमर्थ होता है, तो उपराष्ट्रपति उस पद पर तब तक कार्य का निर्वहन करता है जब तक कि राष्ट्रपति पुनः अपना पद ग्रहण नहीं करता है।
विकल्प (d) गलत है: उपराष्ट्रपति के चुनाव के संबंध में सभी संदेह और विवादों की जांच और निर्णय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा लिया जाता है जो अंतिम होता है। उप-राष्ट्रपति के पद के लिए एक व्यक्ति के चुनाव को इस आधार पर चुनौती नहीं दी जा सकती है कि निर्वाचक मंडल अधूरा था।