Q. With reference to the ‘Wolf-Rayet’ stars, recently in the news, consider the following statements:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. हाल ही में चर्चित रहे ‘वुल्फ-रेएट’ तारों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A
1 and 2 only
केवल 1 और 2
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B
1 and 3 only
केवल 1 और 3
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C
2 only
केवल 2
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D
1, 2 and 3
1, 2 और 3
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Solution
The correct option is A
1 and 2 only
केवल 1 और 2 Explanation:
Recently, Indian astronomers have tracked a rare supernova explosion and traced it to one of the hottest kinds of stars called ‘Wolf-Rayet’ or WR stars.
Statement 1 is correct: These are more luminous than the Sun. The average temperature of a Wolf-Rayet star is greater than 25,000 Kelvin, and they can have luminosities of up to a million times that of the Sun. These are more massive than the Sun. Typically, their masses are approximately 25 times that of the Sun.
Statement 2 is correct: The spectra of these stars can contain oxygen emission lines. Wolf-Rayet stars can be subclassified into 2 main types. The spectra of WN stars are dominated by helium and nitrogen emission lines, but can contain some carbon, while WC stars show no nitrogen and are dominated by helium, carbon and oxygen emission lines.
Statement 3 is incorrect: They do not always occur in binary systems. It is estimated that about 50% of Wolf-Rayet stars occur in binary systems. Proposed companions are another Wolf-Rayet star, or a compact companion such as a black hole or neutron star.
Additional Information: These stars are at an advanced stage of stellar evolution and losing mass at a very high rate. Wolf- Rayet stars are thought to end their lives spectacularly as a supernova explosion.
व्याख्या:
हाल ही में, भारतीय खगोलविदों ने एक दुर्लभ सुपरनोवा विस्फोट की खोज की है और सर्वाधिक गर्म तारों में से एक के रूप में इसकी पहचान की है, जिसे ‘वुल्फ-रेएट’ या ‘WR’ स्टार नाम दिया गया है।
कथन 1 सही है: ये सूर्य की तुलना में अधिक प्रकाशमान हैं। वुल्फ-रेएट तारे का औसत तापमान 25,000 केल्विन से अधिक है, और ये सूर्य की तुलना में एक लाख गुना अधिक चमकदार हो सकते हैं। ये सूर्य की तुलना में अधिक विशाल हैं। आमतौर पर,इनका द्रव्यमान सूर्य का लगभग 25 गुना होता है।
कथन 2 सही है: इन तारों के स्पेक्ट्रा में ऑक्सीजन उत्सर्जन पंक्तियाँ हो सकती हैं। वुल्फ-रेएट तारों को 2 मुख्य प्रकारों में उप-वर्गीकृत किया जा सकता है। WN सितारों के स्पेक्ट्रा में हीलियम और नाइट्रोजन उत्सर्जन पंक्तियों की प्रधानता होती है,लेकिन इसमें कुछ कार्बन हो सकते हैं, जबकि WC सितारों में नाइट्रोजन नहीं दिखता है और इसमें हीलियम, कार्बन और ऑक्सीजन उत्सर्जन पंक्तियों की प्रधानता होती है।
कथन 3 गलत है: ये हमेशा बाइनरी सिस्टम में नहीं पाए जाते हैं। ऐसा अनुमान है कि लगभग 50 प्रतिशत वुल्फ-रेएट तारे बाइनरी सिस्टम में पाए जाते हैं। उनके प्रस्तावित सहचर एक अन्य वुल्फ-रेएट या करीबी ब्लैक होल अथवा न्यूट्रॉन तारे हैं।
अतिरिक्त जानकारी: ये तारे नक्षत्रीय विकास के एक उन्नत चरण में हैं और बहुत तीव्र गति से अपना द्रव्यमान खो रहे हैं। वुल्फ-रेएट तारों को सुपरनोवा विस्फोट के रूप में उत्कृष्ट तरीके से अपने जीवन को समाप्त करने के लिए जाना जाता है।