The correct option is B
1 only
केवल 1
Explanation:
Statement 1 is correct: The World Economic Situation and Prospects (WESP) Report 2021 is jointly released by the United Nations Department of Economic and Social Affairs (UN DESA), the United Nations Conference on Trade and Development (UNCTAD), and five United Nations regional commissions.
Statement 2 is incorrect: According to the WESP report 2021, the developed countries are hit the hardest economically. It is due to the strict lockdown measures that many countries in Europe and several states of the United States of America imposed early on during the outbreak. Output in developed economies is estimated to have shrunk by 5.6 percent in 2020, with growth projected to recover to 4.0 percent in 2021. A renewed outbreak, however, set off new lockdown measures in the third quarter of 2020 in many countries in Europe, making a quick recovery more unlikely.
Statement 3 is incorrect: According to the WESP report 2021, the COVID 19 pandemic crisis accelerated the pace of digitalization, automation, and changing economic structures. Due to this, millions of jobs that were lost in 2020 will not come back. Unemployment rates are expected to remain elevated in the near term.
व्याख्या:
कथन 1 सही है: विश्व आर्थिक स्थिति और संभावना (WESP) रिपोर्ट 2021 संयुक्त रूप से संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग (UN DESA), संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) और पाँच संयुक्त राष्ट्र क्षेत्रीय आयोगों द्वारा जारी की जाती है।
कथन 2 गलत है: WESP 2021 रिपोर्ट के अनुसार, विकसित देश आर्थिक रूप से अधिक प्रभावित हुए हैं। ऐसा महामारी के प्रकोप के शुरूआती चरण दौरान यूरोप के कई देशों और संयुक्त राज्य अमेरिका के कई राज्यों में लगाए गए सख्त लॉकडाउन उपायों के कारण है। विकसित अर्थव्यवस्थाओं में 2020 में उत्पादन के 5.6 प्रतिशत तक सिकुड़ने का अनुमान है और 2021 में 4.0 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान है। हालाँकि, फिर से उभरते प्रकोप के कारण यूरोप के कई देशों में 2020 की तीसरी तिमाही में नए लॉकडाउन उपायों को लागू किया गया है, जिसके कारण त्वरित रिकवरी की अधिक संभावना नहीं है।
कथन 3 गलत है: WESP 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 महामारी संकट ने डिजिटलीकरण, स्वचालन प्रणाली और बदलती आर्थिक संरचना की गति को तेज कर दिया। इसके कारण 2020 में खो गई लाखों नौकरियाँ वापस नहीं आएंगी। निकट अवधि में बेरोजगारी की दर के बढ़ने की उम्मीद है।