Q. With reference to Wildlife Crime Control Bureau (WCCB), consider the following statements:
Which of the above given statements is/are correct?
Q. वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (WCCB) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
ऊपर दिए गए कथनों में कौन सा/से सही है/हैं?
Wildlife Crime Control Bureau is a statutory body established by the Government of India under the MoEFCC, to combat organized wildlife crime in the country.
Statement 1 is incorrect: The Bureau was constituted by amendment to the Wild Life (Protection) Act, 1972. It has been envisaged as a multi - disciplinary statutory body that will have officials from forests, police, customs and other similar agencies. The constitution is specified in Section 38 (Y) of the Wild Life (Protection) Act, 1972.
National Board for Wild Life is a “Statutory Organization” constituted under the Wildlife Protection Act, 1972.. It has power to review all wildlife-related matters and approve projects in and around national parks and sanctuaries. No alteration of boundaries in national parks and wildlife sanctuaries can be done without approval of the NBWL. WCCB does not function under the Board.
Statement 2 is correct: The powers and functions of the Bureau are specified under Section 38(Z) of the Wild Life (Protection) Act, 1972:
One of the functions of bureau is to collect and collate intelligence related to organized wildlife crime activities and to disseminate the same to State and other enforcement agencies for immediate action so as to apprehend the criminals and to establish a centralized wildlife crime data bank.
Statement 3 is correct: On the website of the Bureau there is a section named “help us combat crime”. Anyone can send information available with him regarding wildlife crime through this site. Moreover, information could be provided to the officers of WCCB by any convenient mode of communication. Identity of the informer will be kept secret.
वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो देश में संगठित वन्यजीव अपराध से निपटने के लिए भारत सरकार के पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) के तहत गठित एक वैधानिक निकाय है।
कथन 1 गलत है: ब्यूरो का गठन वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 में संशोधन के द्वारा किया गया था। एक बहु-अनुशासनात्मक वैधानिक निकाय के रूप में इसकी परिकल्पना की गयी है जिसमें वन, पुलिस, सीमा शुल्क और इसी प्रकार अन्य एजेंसियों के अधिकारी भी इसमें शामिल होंगे।इसकी संरचना का उल्लेख वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम,1972 की धारा 38 (Y) में है।
वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत गठित राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड(NBWL) एक "वैधानिक संगठन" है।इसे सभी वन्यजीव संबंधी मामलों की समीक्षा करने, राष्ट्रीय उद्यानों तथा अभ्यारण्यों में और इसके आसपास की परियोजनाओं को मंजूरी देने की शक्ति है।राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों की सीमाओं में कोई परिवर्तन NBWL की मंजूरी के बिना नहीं किया जा सकता है। WCCB बोर्ड के अधीन कार्य नहीं करता है।
कथन 2 सही है: ब्यूरो की शक्तियों और कार्य का उल्लेख वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 38 (Z) के तहत किया गया है।संगठित वन्यजीव अपराध गतिविधियों से संबंधित खुफिया जानकारी एकत्र करना,अपराधियों को पकड़ने और एक केंद्रीकृत वन्यजीव अपराध बैंक स्थापित करने के लिए संबंधित राज्य और अन्य प्रवर्तन एजेंसियों को तत्काल कार्रवाई के लिए भिन्न-भिन्न स्थानों पर भेजना ब्यूरो के कार्यों में से एक है।
कथन 3 सही है: ब्यूरो की वेबसाइट पर "अपराध से निपटने में हमारी मदद करे " नाम का एक खंड है।कोई भी इस साइट के माध्यम से वन्यजीव अपराध से संबंधित कोई भी जानकारी जो उसके पास उपलब्ध है,भेज सकता है।इसके अलावा, WCCB के अधिकारियों को संचार के किसी भी सुविधाजनक तरीके से जानकारी प्रदान की जा सकती है।सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाती है।