Q24. Consider the following statements regarding Odissi dance.
1. It is similar to Bharatnatyam in the use of Mudras and postures to express emotions.
2. The tribhanga posture, i.e. the three-bended form of the body is innate to Odissi dance form.
3. ‘Atavakul or Atavus’ is the collection of forty basic dance movements.
Which of the above statements are correct?
Q24. ओडिसी नृत्य के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. यह भावनाओं को व्यक्त करने के लिए मुद्रा और आसनों के उपयोग में भरतनाट्यम के समान है।
2. त्रिभंगा आसन, अर्थात् शरीर का तीन-झुका हुआ रूप, ओडिसी नृत्य की सहज क्षमता है।
3. ‘अतावकुल या अतावुस’ चालीस मूल नृत्य भंगिमाओं का संग्रह है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन से सही हैं?
(a) Only 1 and 2
(a) केवल 1 और 2
Ans:24)(a)
Explanation: It is similar to Bharatnatyam in the use of Mudras and postures to express emotions. The Tribhanga posture, i.e. the three-bended form of the body is innate to Odissi dance form. Odissi dance form is unique in its representation of gracefulness, sensuality and beauty. The dancers create intricate geometrical shapes and patterns with here body. Hence, it is known as ‘mobile sculputre’. ‘Atavakul or Atavus’ is the collection of fourty basic dance movements, is a feature of Mohiniattam dance and not Odissi dance.
उत्तर:24)(a)
व्याख्या: यह भावनाओं को व्यक्त करने के लिए मुद्रा और मुद्राओं के उपयोग में भरतनाट्यम के समान है। त्रिभंगा आसन, अर्थात् शरीर का तीन-झुका हुआ रूप ओडिसी नृत्य सहज क्षमता है। गरिमा, कामुकता और सुंदरता का प्रतिनिधित्व करने के लिए ओडिसी नृत्य शैली अद्वितीय है। नर्तक यहां शरीर के साथ जटिल ज्यामितीय आकार और पैटर्न बनाते हैं। इसलिए, इसे ‘चलन्त कलाकृति’ के रूप में जाना जाता है। ‘अतावकुल या अटावस चौदह मूल नृत्य भंगिमा का संग्रह है, जो कि मोहिनीअट्टम नृत्य की विशेषता है न कि ओडिसी नृत्य की ।