Q42. Consider the following statements regarding Sikh Style of architecture.
1. The use of multiple Chhatris or kiosks on the top of the construction.
2. Use of deep cornices.
3. The buildings had fluted domes, which were generally covered by brass and copper Shields for decoration and support.
Which of the above statement(s) is/are correct?
Q42. वास्तुकला के सिख शैली के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।
1. भवन निर्माण में शीर्ष पर अनेक छतरियों का उपयोग किया जाता था।
2. गहरी कंगनी (cornices) का प्रयोग होता था।
3. इमारतों में घुमावदार गुंबद थे, जिन्हें आम तौर पर सजावट एवं मजबूती के लिए पीतल और तांबा द्वारा कवर किया जाता था।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
(c) Only 1 and 3
(c) केवल 1 और 3
Sikh style of architecture developed in the region of modern day Punjab. It was heavily influenced by the Mughal style of architecture. Some of the features of the Sikh school are –
1. The use of multiple Chhartis or kiosks on the top of the construction.
2. Use of shallow cornices.
The buildings had fluted domes, which were generally covered by brass and copper guilds for decoration and support.
आधुनिक पंजाब के क्षेत्र में वास्तुकला की सिख शैली विकसित हुई। यह वास्तुकला मुगल शैली से काफी प्रभावित था। सिख स्कूल (विधा) की कुछ विशेषताएं हैं -
1. भवन निर्माण में शीर्ष पर अनेक छतरियों का उपयोग किया जाता था।
2. उथले कंगनी का उपयोग किया जाता था।
इमारतों में घुमावदार गुंबद थे, जिन्हें आम तौर पर सजावट और मजबूती के लिए पीतल और तांबा आवरण द्वारा कवर किया गया था।