Q53. Consider the following statements:
1. Vote on Account deals only with the expenditure side of the government’s budget.
2. Interim Budget does not give the complete financial statement, like a full Budget.
Which of the above statement(s) is/are correct regarding?
निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. ‘वोट ऑन अकाउंट’ सरकारी बजट के केवल व्यय पक्ष से संबंधित है।
2. अंतरिम बजट पूर्ण बजट की तरह पूर्ण वित्तीय विवरण नहीं देता है।
उपरोक्त कथनों में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
Only 1
केवल 1
An Interim Budget, it is not the same as a ‘Vote on Account’. While a ‘Vote on Account’ deals only with the expenditure side of the government’s budget, an Interim Budget is a complete set of accounts, including both expenditure and receipts. An Interim Budget gives the complete financial statement, very similar to a full Budget. While the law does not debar the Union government from introducing tax changes, normally during an election year, successive governments have avoided making any major changes in income tax laws during an Interim Budget.
अंतरिम बजट, ‘वोट ऑन अकाउंट’ के समान नहीं है।
‘वोट ऑन अकाउंट’ केवल सरकार के बजट के व्यय पक्ष से संबंधित है, जबकि अंतरिम बजट खाते का एक पूरा सेट है, जिसमें व्यय और प्राप्तियाँ दोनों शामिल होती हैं। पूर्ण बजट के समान अंतरिम बजट पूर्ण वित्तीय विवरण देता है। हालांकि कानून केंद्र सरकार को कर परिवर्तनों को पेश करने से नहीं रोकता है, आम तौर पर चुनावी वर्ष के दौरान, सत्तारूढ़ सरकारें अंतरिम बजट के दौरान आयकर कानूनों में कोई बड़ा बदलाव करने से बचती हैं।