wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
1
You visited us 1 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

Q8. Consider the following statements about Dr. Rangarajan poverty estimation methodology:

1. It reverted to system of separate poverty line category for rural and urban areas.

2. It recommended use of “modified mixed reference period”

Which of the above statement(s) is/ are correct?

डॉ. रंगराजन गरीबी अनुमान पद्धति के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1. यह पद्धति ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए अलग गरीबी रेखा श्रेणी की पद्धति पर वापस आ गई।

2. यह "संशोधित मिश्रित संदर्भ अवधि" के उपयोग की सिफारिश करता है।

ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सत्य है/हैं?


A

Only 1

केवल 1

No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
B

Only 2

केवल 2

No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
C

Both 1 and 2

1 और 2 दोनों

Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
D

None of the above

इनमे से कोई भी नहीं

No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
Open in App
Solution

The correct option is C

Both 1 and 2

1 और 2 दोनों


In 2012, the Planning Commission constituted a new expert panel on poverty estimation, chaired by C Rangarajan.

Dr. Rangarajan poverty estimation methodology reverted to system of separate poverty line category for rural and urban areas. It recommended use of “modified mixed reference period” in which reference periods for different items were taken as:

a) 365 days for clothing , footwear, education, institutional medical care, and durable goods

b) 7 days for edible oil, egg, fish and meat, vegetables, fruits, spices, beverages, refreshments, processed food, pan, tobacco, intoxicants

c) 30 days plan for remaining food items, fuel and light, miscellaneous goods and services including non- institutional medical, rents and taxes.

2012 में, योजना आयोग ने सी रंगराजन की अध्यक्षता में गरीबी अनुमान पर एक नया विशेषज्ञ पैनल गठित किया। डॉ. रंगराजन गरीबी अनुमान पद्धति ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए अलग गरीबी रेखा श्रेणी की प्रणाली में वापस आ गई। इसने "संशोधित मिश्रित संदर्भ अवधि" के उपयोग की अनुशंसा की जिसमें विभिन्न वस्तुओं के लिए संदर्भ अवधि इस प्रकार की गई थी:

a) कपड़ों, जूते, शिक्षा, संस्थागत स्वास्थ्य देखभाल और टिकाऊ सामान के लिए 365 दिन।

b) खाद्य तेल, अंडा, मछली और मांस, सब्जियां, फल, मसाले, पेय पदार्थ, जलपान, प्रसंस्कृत भोजन, पान, तंबाकू, मादक द्रव्यों के लिए 7 दिन।

c) अन्य खाद्य पदार्थों, ईंधन और बिजली, विविध वस्तुओं और सेवाएं, गैर संस्स्थागत मेडिकल, किराया और टैक्स आदि के लिए 30 दिन।


flag
Suggest Corrections
thumbs-up
0
similar_icon
Similar questions
Q.

Q. With reference to poverty in India as per Tendulkar Methodology (2011-12), consider the following statements:

Which of the statements given above are correct?

Q. तेंदुलकर पद्धति/कार्यप्रणाली (2011-12) के अनुसार भारत में गरीबी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. तेंदुलकर पद्धति में गरीबी के आकलन के लिए प्रति व्यक्ति मासिक व्यय का उपयोग किया गया था।
  2. भारत में शहरी गरीबी, ग्रामीण गरीबी से अधिक है।
  3. भारत के सभी राज्यों में, बिहार में सबसे अधिक जनसंख्या (प्रतिशत) गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करती है।
  4. गोवा में भारत के सभी राज्यों में सबसे कम जनसंख्या (प्रतिशत) गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करती है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?



  1. 2 and 4 only
    केवल 2 और 4

  2. 1 and 3 only
    केवल 1 और 3

  3. 2 and 3 only
    केवल 2 और 3

  4. 1 and 4 only
    केवल 1 और 4
View More
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
The Poverty Line
ECONOMICS
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon