Q84. Consider the following statements about Rashtriya Gokul Mission (RGM):
1. The scheme comprises of two components - National Programme for Bovine Breeding (NPBB) and National Mission on Bovine Productivity (NMBP)
2.It motivates farmers for rearing of indigenous breeds, awards have been instituted under RGM
Which of the above statement(s) is/are correct?
Q84. राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. इस योजना में दो घटक शामिल हैं - बोवाइन प्रजनन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एन.पी.बी.बी.) और बोवाइन उत्पादकता हेतु राष्ट्रीय मिशन (एनएमबीपी)
2. यह किसानों को स्वदेशी नस्लों के पालन के लिए प्रेरित करता है, इसके लिए आरजीएम के तहत पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
(c) Both 1 and 2
(c) 1 और 2 दोनों
Rashtriya Gokul Mission (RGM) has been launched in December 2014 with an outlay of Rs 2025 crore for development and conservation of indigenous breeds through selective breeding in the breeding tract and genetic upgradation of nondescript bovine population. The scheme comprises of two components namely National Programme for Bovine Breeding (NPBB) and National Mission on Bovine Productivity (NMBP).
In order to motivate farmers for rearing of indigenous breeds and to enhance the production and productivity of indigenous breeds, the following awards have been instituted under RGM every year.
1. Gopal Ratna awards: For farmers maintaining the best herd of Indigenous Breed(s) and practicing best management practices.
2. Kamdhenu awards: For Best managed Indigenous Herd by Institutions/Trusts/ NGOs/ Gaushalas or best managed Breeders’ Societies
2025 करोड़ रूपये की लागत से राष्ट्रीय गोकुल मिशन को दिसम्बर 2014 में गैर उल्लिखित गौवंशों को चयनित प्रजनन के माध्यम से देशी नस्लों का विकास और संरक्षण प्रदान करने के लिए प्रारंभ किया गया था। इस योजना के दो घटक हैं- बोबाइन प्रजनन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम और बोबाइन उत्पादकता के लिए राष्ट्रीय मिशन।
किसानों को देशी नस्लों के पालन और उत्पादन तथा उत्पादकता बढ़ाने के लिए आर.जी.एम. के अन्तर्गत निम्नलिखित पुरस्कारों की स्थापना की गई है-
1. गोपाल रत्न पुरस्कार - किसानों द्वारा स्वदेशी नस्ल के सर्वश्रेष्ठ प्रकार के पशु समूह को कायम रखने तथा सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन कार्य करने के लिए।
2. कामधेनु पुरस्कार - संस्थानों / ट्रस्टों / स्वयं सहायता समूहों / गोशालाओं को पशु समूहों के सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन के लिए।.