Q87. Which of the following are true about ‘Shadow Banking’ in India?
1. It is performed by non-banking entities
2. It broadens access to financial services
3. It enhances competition
4. It brings diversification in financial sector.
Which of the above statement(s) are correct?
छाया बैंकिंग (शैडो बैंकिंग) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. यह गैर-बैंकिंग इकाइयों द्वारा किया जाता है
2. यह वित्तीय सेवाओं तक पहुंच प्रदान करता है
3. यह प्रतिस्पर्धा को बढ़ाता है
4. यह वित्तीय क्षेत्र में विविधता लाता है।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन से सत्य हैं?
All of the above
उपर्युक्त सभी
Shadow banking refers to all the non-bank financial intermediaries that provide services similar to those of traditional commercial banks. They generally carry out traditional banking functions, but do so outside the traditional system of regulated depository institutions. Shadow banking has grown in importance in the last decade or so and was one of the primary factors in the sub-prime mortgage crisis of 2007-2008 and the global recession that followed it.
छाया बैंकिंग उन सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय मध्यस्थों को संदर्भित करती है जो पारंपरिक वाणिज्यिक बैंकों की तरह सेवाएं प्रदान करती हैं। वे आम तौर पर पारंपरिक बैंकिंग कार्यों को पूरा करते हैं, लेकिन वे ऐसा विनियमित डिपॉजिटरी संस्थानों की पारंपरिक प्रणाली के बाहर करते हैं। पिछले दशक में छाया बैंकिंग का महत्व बढ़ा है और यह 2007-2008 के सब-प्राइम ऋण संकट और इसके बाद वैश्विक मंदी के प्राथमिक कारकों में से एक था।