Read the following passage(s) and answer the items that follow each passage. Your answers to these items should be based on the passages only.
PASSAGE 1
The Lima climate summit was expected to come out with the basic architecture for a globally binding agreement to tackle climate change to be arrived at COP 21 in December 2015 in Paris.
The main aim of this agreement —which will be a “protocol, another legal instrument or an agreed outcome with legal force under the Convention applicable to all Parties”, to quote the strange phraseology used by the decision of COP 17 (2011) in Durban—is to limit carbon emissions from all countries so as to prevent the globe from breaching the guardrail temperature increase of 20 Celsius by the turn of the century.
A limit arrived at in the Cancun summit in 2010. If there was any misplaced hope at all that Lima would come up with a satisfactory legal structure to achieve this goal, it was belied. According to the mandate of the Ad Hoc Working Group on the Durban Platform for Enhanced Action (DPA), which is entrusted with the task of arriving at the new agreement, the Paris Accord will enter into force in 2020.
The phrase “another legal instrument” is a reference to the only binding international treaty that has hitherto been in place, that is, the Kyoto Protocol. It was formulated in 1997 and it entered into force in 2005, and its architecture is based firmly on the fundamental tenets of the UNFCCC, namely: “The largest share of historical and current global emissions of greenhouse gases [GHGs] has originated in developed countries, that per capita emissions in developing countries are still relatively low and that the share of global emissions originating in developing countries will grow to meet their social and development needs” (in the preamble).
Q17. According to the passage, what was the main aim of the Lima Summit discussed in the passage?
निम्नलिखित परिच्छेदों को पढ़िए और प्रत्येक परिच्छेद के आगे आने वाले प्रश्नों के उत्तर दीजिए। इन प्रश्नों के आपके उत्तर इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।
परिच्छेद-1
लीमा जलवायु शिखर सम्मलेन से यह अपेक्षा थी कि इसके आयोजन से पेरिस में दिसंबर 2015 में आयोजित होने वाली सी.ओ.पी. 21 के द्वारा जलवायु परिवर्तन से निपटने संबंधी वैश्विक रूप से बाध्यकारी समझौते की आधारशिला का निर्माण कर लिया जाएगा।
इस समझौते का मुख्य उद्देश्य,-जिसे डरबन में सी.ओ.पी. 17-2011, के निर्णय द्वारा प्रयुक्त एक असामान्य शब्दावली के अनुसार, ‘‘जो एक प्रोटोकॉल अर्थात एक अन्य कानूनी निमित्त होगा अथवा सभी पक्षों पर बाध्यकारी सम्मलेन के अंतर्गत कानून का बल रखने वाला एक सम्मत आउटकम होगा’’- सभी देशों में होने वाले कार्बन उत्सर्जन को समिति करना है ताकि इस शताब्दी के अंत तक तापमान में होने वाली 2 डिग्री सेल्सियम तक की सीमान्त वृद्धि की सीमा को पार करने से विश्व को रोका जा सके।
इस सीमा के संबंध में 2010 में कानकुन शिखर सम्मलेन में सहमति हुई थी। यदि कहीं तनिक भी इस तरह की कोई अनुप्रयुक्त आशा थी कि लीमा में इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु एक संतोषजनक कानूनी ढाँचे का निर्माण कर लिया जाएगा तो वह आशा धराशायी हो गयी। परिष्कृत कार्रवाई हेतु डरबन मंच (पी.डी.ए.) पर अनौपचारिक कार्य समूह के अधिदेश के अनुसार, पेरिस समझौता 2020 से लागू होगा। इसी कार्य समूह को नवीन समझौते पर सहमति का निर्माण करने का उत्तरदायित्व सौंपा गया था।
‘एक अन्य कानूनी निमित्त’ शब्दावली अब तक अस्तित्वमान एक मात्र बाध्यकारी अंतर्राष्ट्रीय संधि, क्योटो प्रोटोकॉल को निरूपित करती है। इसे 1997 में सृजित किया गया था और वर्ष 2005 में इसे लागू किया गया, तथा यह यू.एन.एफ.सी.सी.सी. के आधारभूत सिद्धांतों पर आधारित थी, यथाः ग्रीनहाउस गैसों (जी.एच.जी.) के ऐतिहासिक तथा वर्तमान वैश्विक उत्सर्जनों की उत्पत्ति विकसित देशों में हुई है, तथा विकासशील देशों द्वारा होने वाले वैश्विक उत्सर्जनों के हिस्से में बढ़ोतरी होगी ताकि यह उनकी सामाजिक तथा विकास संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सके’’ (प्रस्तावना में)।
Q17. परिच्छेद के अनुसार, उल्लेखित लीमा शिखर सम्मलेन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
(b) To build a basic framework to build a binding agreement on all the countries to tackle climate change.
(b) जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सभी देशों पर बाध्यकारी समझौते की आधारशिला का निर्माण करना।
The sentence “The Lima climate summit was expected to come out with the basic architecture for a globally binding agreement to tackle climate change to be arrived at COP 21 in December 2015 in Paris” shows that option (b) is the right answer.
It only had to come out with a basic architecture; not to limit carbon emission, not to come out with a legally binding agreement, or to replace Kyoto protocol. Thus, other options (a), (c) and (d) are wrong.
वाक्य “लीमा जलवायु शिखर सम्मलेन से यह अपेक्षा थी कि इसके आयोजन से पेरिस में दिसंबर 2015 में आयोजित होने वाली सी.ओ.पी. 21 के द्वारा जलवायु परिवर्तन से निपटने संबंधी वैश्विक रूप से बाध्यकारी समझौते की आधारशिला का निर्माण कर लिया जाएगा।” यह दर्शाता है कि विकल्प (b) ही सही उत्तर है।
इसमें केवल एक आधारशिला का निर्माण होना था; न तो कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित किया जाना था, न कानूनी रूप से बाध्यकारी समझौते का निर्माण करना था, न क्योटो प्रोटोकॉल को ही प्रतिस्थापित किया जाना था। इस प्रकार, अन्य विकल्प (a), (c) तथा (d) गलत हैं।