शेर ने बित्तो को राक्षसी समझ लिया। वह खेत में नहीं जाना चाहता था पर भेड़िए के समझाने पर वह राज़ी हो गया। सोचो, शेर और भेड़िए के बीच क्या बातचीत हुई होगी?
शेर |
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भेड़िए, तुम क्यों हँस रहे हो? |
भेड़िया |
– |
महाराज, वह तो .................................................................................. |
शेर |
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नहीं नहीं। वह सचमुच राक्षसी थी। |
भेड़िया |
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मैंने अपनी आँखों से देखा है महाराज। वह ............................................... |
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शेर |
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भेड़िया |
– |
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शेर |
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ठीक है...............................................................................................। |
शेर |
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भेड़िए, तुम क्यों हँस रहे हो? |
भेड़िया |
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महाराज, वह तो एक औरत थी। |
शेर |
– |
नहीं नहीं। वह सचमुच राक्षसी थी। |
भेड़िया |
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मैंने अपनी आँखों से देखा है महाराज। वह तो बित्तो नामक एक औरत थी, जिसे आपने राक्षसी समझ लिया। |
शेर |
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तुम सच कह रहे हो? |
भेड़िया |
– |
हाँ, महाराज मैं ठीक कह रहा हूँ। आप मेरे साथ चलें। |
शेर |
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ठीक है लेकिन तुम अपनी पूँछ मेरी पूँछ से बाँध लो। |