सीता बिना बात के राक्षसों के वध के पक्ष में नहीं थीं जबकि राम राक्षसों के विनाश को ठीक समझते थे। तुम किससे सहमत हो-राम से या सीता से? कारण बताते हुए उत्तर दो।
यहाँ पर सीता के विचार राम के विचार से भिन्न हैं। सीता के विचार के अनुसार बिना किसी कारण के प्राणी की हत्या करना या उसका विनाश करना अनुचित है। राक्षसों में अमानवीय गुण होते हैं जो किसी का नुकसान करने से नहीं डरते, उसमें अपनी खुशी महसूस करते हैं। ऐसे में ऐसे आंतकियों का वध आवश्यक है, अत: हम राम के विचार से सहमत हैं।