"उदास होना" और "चुनौती देना" मनुष्य के स्वभाव हैं। यहाँ निर्जीव पहाड़ ऐसा कर रहे हैं। ऐसे और भी वाक्य हैं। जैसे –
इस किताब के दूसरे पाठों में भी ऐसे वाक्य ढूँढ़ो।
अन्य वाक्य इस प्रकार हैं-
1. बर्फ़ चुपचाप गिर रही थी।
2. जिसकी नंगी शाखों पर रूई के मोटे-मोटे गालों सी बर्फ चिपक गई थी।
3. नीले चमचमाते आकाश के नीचे बर्फ़ से ढकी पहाड़ियाँ धूप सेंकने के लिए अपना चेहरा बादलों के बाहर निकाल लेती है।